बेनीपट्टी(मधुबनी)। नरक निवारण चतुर्दशी पर बेनीपट्टी के तमाम शिवालयों पर भक्तों की भीड़ रही। बेनीपट्टी के गाण्डीवेश्वर नाथ महादेव मंदिर बाबा विश्वंभरनाथ महादेव मंदिर ब्रह्मपुरा के हरिहरस्थान में भक्तों की काफी भीड़ रही। श्रद्धालु कतारबद्ध होकर महादेव के शिवलिंग पर जलापर्ण कर आशिर्वाद लेते रहे। भक्तों की भीड़ को लेकर मंदिर समिति के द्वारा विशेष तैयारी की गई थी। माना जाता है कि इस दिन शिवलिंग पर जलापर्ण करने से सभी प्रकार के पाप कट जाते है। शास्त्रों के अनुसार इसी दिन भगवान शिव व पार्वती का विवाह तय हुआ था। कहा जाता है कि इस दिन के व्रत से नरक की यातनाएं से मुक्ति मिलती है। पुराणों के अनुसार हिमालय ने पुत्री पार्वती के विवाह का प्रस्ताव भगवान शिव के पास भेजा था। इसके बाद फाल्गुन कृष्ण चतुर्दशी के तिथि महाशिवरात्रि के दिन उनका विवाह हुआ था। इस दिन भक्त पूरे दिन निराहार रहते है।