बेनीपट्टी(मधुबनी)। मधुबनी-सीतामढ़ी पथ एसएच-52 के बनरवा गाछी से शाहपुर को जोड़ने वाली सड़क के क्षतिग्रस्त होने के कारण लोगों की परेशानी बढ़ गयी है। सड़क निर्माण में हुई कथित अनियमितता के कारण कालीकरण कुछ ही महीनों के बाद क्षतिग्रस्त होने लगी। वहीं गत बाढ़ में सड़क का अधिकांश भाग पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गया है। कई जगहों पर होल बन गया है। जिससे आए दिन दुर्घटनाएं होती रहती है। बावजूद ग्रामीण कार्य विभाग के अधिकारी सड़क की मरम्मत नहीं करा पा रहे है। फलतः देर रात को यात्रा करने वाले लोगों को अक्सर दुर्घटनाओं का सामना करना पड़ता है। खास तौर पर पथ के होल स्थलों पर अधिकतर दुर्घटनाएं होती है। शाहपुर गांव के आरटीआई कार्यकर्ता प्रभात सिंह, गुंजन सिंह, राणा सिंह, भोगेन्द्र कामति, उपेन्द्र कामति, पलटन राम समेत कई लोगों ने बताया कि इस पथ का निर्माण करीब वर्ष-2011-12 में मुख्यमंत्री क्षेत्र विकास योजना के तहत कराई गयी थी। इस पथ का उद्घाटन तत्कालीन विधायक सह वर्तमान में पीएचईडी मंत्री विनोद नारायण झा ने की थी। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क के उद्घाटन के कुछ ही वर्षों के बाद सड़क क्षतिग्रस्त होने लगी। ग्रामीणों के द्वारा शिकायत पर न तो विभाग ने ही ठोस कदम उठाया, न ही संबेदक ने कोई ध्यान दिया। जिसके कारण सड़क दिनोंदिन क्षतिग्रस्त होने लगा। आज स्थिति इतनी खराब हो गयी है कि सड़क चलने योग्य नहीं बच सका है। गांव में आपात स्थिति आने पर वाहन चालक गांव में आने से परहेज करते है। बता दें कि वर्ष-2011 में तत्कालीन विधायक के प्रयास से गांव में आवाजाही के लिए करीब बनरवा गाछी से लेकर शाहपुर गांव तक सड़क का निर्माण कराया गया। गौरतलब है कि इस पथ से शाहपुर गांव के साथ जाले को जोड़ती है। ग्रामीणों ने ग्रामीण कार्य विभाग से यथाशीघ्र सड़क के क्षतिग्रस्त भागों की मरम्मत कराने की मांग की है।