वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने शनिवार को बजट 2025 पेश किया। इसमें अनेकों जनकल्याण योजनाओं की घोषणाएं की गई हैं। बिहार के वरिष्ठ नेता विधान परिषद सदस्य घनश्याम ठाकुर ने बजट के लिए निर्मला सीतारमण को बधाई दी।
घनश्याम ठाकुर ने इस बजट पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बजट-2025 मोदी सरकार की दूरदर्शिता का ब्लूप्रिंट है जो एक समृद्ध और सक्षम भारत के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है. ये बजट हर क्षेत्र में श्रेष्ठता हासिल करने के लिए उठाया गया एक बड़ा और दूरदर्शी कदम है. उन्होंने आगे कहा कि ये बजट केवल आर्थिक विकास को ध्यान में रखते हुए नहीं तैयार किया गया है बल्कि इसमें किसानों, गरीबों, मिडिल क्लास, महिलाओं, बच्चों की एजुकेशन, पोषण और स्वास्थ्य जैसे सामाजिक मुद्दों का भी समावेश किया गया है.
कृषि और किसान
* मखाना बोर्ड की स्थापना: मिथिला के किसानों के लिए बड़ी सौगात! “मखाना बोर्ड” के गठन से किसानों को उचित मूल्य, बेहतर तकनीक, और वैश्विक बाजार में पहचान मिलेगी।
* पल्स और कॉटन मिशन: दाल और कपास की खेती के लिए बिहार को वित्तीय सहायता और तकनीकी संसाधन।
* पशुपालन और मत्स्य पालन में निवेश: ग्रामीण इलाकों में रोजगार बढ़ाने और किसानों की आय दोगुनी करने के लिए।
* पश्चिमी कोसी नहर परियोजना: 50,000 हेक्टेयर भूमि की सिंचाई के लिए आर्थिक सहायता, जिससे किसान लाभान्वित होंगे।
* किसानों के लिए ड्रोन तकनीक: कृषि निगरानी और उत्पादन बढ़ाने के लिए।
इंफ्रास्ट्रक्चर
* दरभंगा में ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट का विस्तार: व्यापार, रोजगार और पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा।
* 1.5 लाख करोड़ का निवेश सड़क और रेल कनेक्टिविटी को मजबूत करने के लिए।
* मुजफ्फरपुर-समस्तीपुर औद्योगिक कॉरिडोर: नए उद्योगों और रोजगार का सृजन।
* बिहार के सभी जिलों को हाईवे नेटवर्क से जोड़ने की योजना।
* गंगा पर नए पुलों का निर्माण, जिससे उत्तर और दक्षिण बिहार के बीच संपर्क बेहतर होगा।
शिक्षा और कौशल विकास
* दरभंगा में राष्ट्रीय कौशल विकास केंद्र: मिथिला क्षेत्र के युवाओं को रोजगारपरक प्रशिक्षण मिलेगा।
* मिथिला विश्वविद्यालय को विशेष अनुसंधान केंद्र का दर्जा: क्षेत्रीय विकास और सांस्कृतिक अध्ययन को बढ़ावा।
* AI और डिजिटल शिक्षा पर जोर: बिहार के सरकारी स्कूलों में डिजिटल क्लासरूम और AI लैब्स का विस्तार।
* बिहार में 50 नए मॉडल स्कूलों का निर्माण, जिससे ग्रामीण क्षेत्रों में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा पहुंचेगी।
स्वास्थ्य सेवाएं
* दरभंगा और पटना में सुपर स्पेशलिटी अस्पतालों का निर्माण: स्वास्थ्य सेवाओं में बड़ा सुधार।
* प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के लिए 10,000 करोड़ का प्रावधान: ग्रामीण इलाकों में स्वास्थ्य सुविधाएं मजबूत होंगी।
* सर्वजन आरोग्य योजना: मिथिला के हर परिवार को 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा।
* महिला और बच्चों के पोषण के लिए 5,000 करोड़ का बजट।
महिला सशक्तिकरण
* महिला उद्यमिता योजना: मिथिला पेंटिंग, मखाना उत्पाद और हस्तशिल्प से जुड़ी महिलाओं को ऋण और मार्केटिंग सहायता।
* ग्रामीण महिला स्वयं सहायता समूहों के लिए सब्सिडी: स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा।
* महिलाओं के लिए डिजिटल लोन स्कीम, जिससे उन्हें उद्यमिता के क्षेत्र में प्रोत्साहन मिलेगा।
कला और संस्कृति
* पद्मश्री दुलारी देवी की मिथिला पेंटिंग वाली साड़ी पहनकर वित्त मंत्री जी ने मिथिला की कला को वैश्विक पहचान दी।
* सीता सर्किट पर्यटन योजना: जनकपुर, सीतामढ़ी और अयोध्या को जोड़कर धार्मिक और सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा।
* मिथिला पेंटिंग और हस्तशिल्प के लिए विशेष क्लस्टर: कलाकारों को वैश्विक बाजार में पहचान और आर्थिक सहायता।
* दरभंगा में सांस्कृतिक महोत्सव केंद्र की स्थापना।
ऊर्जा और पर्यावरण
* बिहार में 5 नए सोलर प्लांट का निर्माण: स्वच्छ ऊर्जा को बढ़ावा मिलेगा।
* गंगा नदी सफाई अभियान के लिए 5,000 करोड़: पर्यावरण संरक्षण और स्वच्छता के लिए।
* ग्रीन कोरिडोर योजना: मिथिला में 50,000 नए पेड़ लगाए जाएंगे।
औद्योगिक विकास
* दरभंगा में टेक्सटाइल और मखाना प्रोसेसिंग यूनिट्स का निर्माण: स्थानीय उद्योगों को प्रोत्साहन मिलेगा।
* स्टार्टअप्स के लिए विशेष फंड: बिहार के युवाओं को उद्यमिता की ओर प्रोत्साहन।
* कोयला और खनिज संसाधनों का बेहतर उपयोग: बिहार में रोजगार और राजस्व बढ़ाने के लिए।
विधान परिषद सदस्य घनश्याम ठाकुर ने इस बाबत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और एनडीए सरकार का धन्यवाद करते हुए कहा है कि यह बजट बिहार और मिथिलांचल के विकास का खाका है, जो हर वर्ग और क्षेत्र की आकांक्षाओं को पूरा करेगा। यह बजट बिहार और मिथिला के विकास के लिए ऐतिहासिक है। यह आत्मनिर्भर बिहार और समृद्ध मिथिला की नींव रखने वाला बजट है।
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