अग्निपथ भर्ती योजना को लेकर हो रहे हिंसक प्रदर्शन को देखते हुए बिहार सरकार ने 15 जिलों में इंटरनेट मीडिया पर रोक लगा दी है। यह रोक प्रभावी हो गई है, जो रविवार यानी 19 जून तक प्रभावी रहेगी। जिन जिलों में रोक लगाई गई है, उनमें कैमूर, भोजपुर, औरंगाबाद, रोहतास, बक्सर, नवादा, पश्चिमी चंपारण, समस्तीपुर, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, मोतिहारी, लखीसराय, बेगूसराय, वैशाली और सारण शामिल है।
गृह विभाग की विशेष शाखा ने इस बाबत आदेश जारी कर कहा है कि अपर पुलिस महानिदेशक विधि-व्यवस्था और अन्य स्रोतों से जानकारी मिली है कि कुछ असामाजिक तत्व इंटरनेट सेवा का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। इंटरनेट मीडिया के विभिन्न प्लेटफार्म की मदद से गलत, भ्रामक संदेशों के साथ अफवाह फैलाई जा रही है, जिससे अराजक स्थिति उत्पन्न हो रही है। ऐसे में शांति व्यवस्था के लिए एक दर्जन जिलों में फेसबुक, ट्विटर और वाट्सएप जैसे इंटरनेट मीडिया साइट्स पर रोक लगाने का निर्णय लिया गया है। इन जिलों में इन सोशल साइट्स से कोई भी संदेश, तस्वीर या वीडियो रविवार तक एक दूसरे से शेयर नहीं की जा सकेगी।
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सेना में भर्ती के लिए केंद्र सरकार की अग्निपथ योजना के विरोध में पिछले तीन दिनों से जारी उपद्रव के कारण बिहार में अफरा तफरी का आलम है. खासतौर पर रेल उपद्रवियों का शिकार बना है. वहीं, कुछ युवाओं के उत्पात से आम जनजीवन भी खासा प्रभावित हुआ है. तीन दिनों में सड़क से लेकर रेलवे ट्रैक तक जाम किए गए दुकान से लेकर प्राइवेट गाड़ियों में तोड़फोड़ की गई. बड़ी संख्या में ट्रेनों के कोच में तोड़फोड़ और आगजनी की गई. इस दौरान बिहार में बड़े स्तर पर सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाया गया. हालांकि, ये तस्वीर शनिवार को बिहार बंद के दौरान देखने को न मिले इसको ध्यान में रखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अहम निर्णय लिया है. ADG लॉ एंड ऑर्डर संजय सिंह के मुताबिक पुलिस मुख्यालय ने पटना समेत दूसरे जिलों में अतिरिक्त फोर्स की तैनाती की है.
एडीजी संजय सिंह ने बताया कि पैरामिलिट्री की तीन फोर्स की तैनाती करते हुए CRPF, RAF और SSB की कुल 10 कंपनियों को शांति व्यवस्था बहाल करने की जिम्मेदारी दी गई है. तैनात की गई अर्धसैनिक बलों में RAF की एक कंपनी, CRPF की तीन कंपनी और SSB की छह कंपनियां शामिल हैं. इसके अलावा लॉ एंड ऑर्डर को बनाए रखने के लिए बिहार पुलिस की स्पेशल आर्म्ड फोर्स BSAP की बटालियन को भी पटना समेत विभिन्न जिलों में मुस्तैद किया गया है. साथ ही सभी जिला पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है.
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गौरतलब है की शुक्रवार की सुबह 5 बजे से शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन पूरे दिन देखने को मिलता रहा. दानापुर से लेकर समस्तीपुर तक उपद्रव जारी रहा. उपद्रवियो ने कई दुकानों समेत निजी वाहनों और ट्रेनों को अपना निशाना बनाया. वहीं इस उपद्रव पर पूरी तरह से काबू पाने में बिहार पुलिस और रेल पुलिस को करीब बारह घंटे का वक्त लगा.
राजद के नेतृत्व में महागठबंधन समेत कई विपक्षी दलों के साथ-साथ विभिन्न छात्र यूनियन की तरफ से बिहार बंद का आह्वान किया गया है. शनिवार को बुलाए गए इस बंद को देखते हुए पुलिस मुख्यालय ने अपनी तरफ से एहतियाती कदम उठाए हैं. मगर ये कदम बिहार बंद के दौरान उपद्रव को नियंत्रण करने में कितना कारगर साबित होगा यह तो दिन चढ़ने के साथ ही साफ हो पायेगा.
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