बेनीपट्टी (मधुबनी) : बीजेपी के एमएलसी घनश्याम ठाकुर ने बेनीपट्टी शिक्षक नियोजन को लेकर उत्पन्न हो रही भ्रम की स्थिति को देखते हुए पुरे मामले की जांच की मांग कर दी है है. एमएलसी ने कहा है कि लगातार मीडिया की खबरों व अभ्यर्थियों से मिल रही थी कि शिक्षक नियोजन में पैसे के बल पर योग्य अभ्यर्थियों के वाजिब हक़ के साथ खिलवाड़ किया गया है, जिसमें पदाधिकारियों की भी भूमिका संदिग्ध बताई जा रही है.

ऐसी स्थिति में शिक्षक नियोजन के नाम पर राज्य सरकार की छवि को जो पदाधिकारी धूमिल करना चाह रहे हैं, उनका यह प्रयास असफल होगा. ऐसे दोषी पदाधिकारी पर कार्रवाई सुनिश्चित हैं, साथ ही जो लोग भी इस गिरोह में पदाधिकारियों  शामिल हैं उन पर भी उच्च स्त्तरीय जांच कर कार्रवाई होगी.

आगे श्री ठाकुर ने बताया कि बेनीपट्टी शिक्षक नियोजन को लेकर जो बातें पुरे क्षेत्र में चल रही है वह दुःखद है, इसमें हकीकत क्या है यह सामने आना चाहिए. लगातार कई लोगों ने इस बाबत शिकायत की है, जिसको देखते हुए जल्द ही बेनीपट्टी शिक्षक नियोजन को लेकर बनीं भ्रम की स्थिति व बेनीपट्टी के जो अधिकारी इसमें संलिप्त है, जिनका नाम अभ्यर्थियों द्वारा लिया जा रहा है.

उन सभी की भूमिका की जांच व पुरे नियोजन प्रकिया को पारदर्शिता से जांच करने की मांग शिक्षा मंत्री विजय चौधरी से मिलकर करेंगे, ताकि जल्द से जल्द नियोजन प्रकिया की जांच हो और दोषियों पर कार्रवाई हो. उपरांत आवश्कयता पड़ेगी तो नियोजन को रद्द कर पुनः बाहर से पदाधिकारी को लाकर पारदर्शी ढंग से नियोजन करवाने की भी मांग की जाएगी.

जानकारी के लिए बता दें कि 16 अगस्त को जिला शिक्षा पदाधिकारी नसीम अहमद ने शिक्षक अभ्यर्थी जितेश मिश्रा के परिवाद के आलोक में बेनीपट्टी के प्रखंड विकास पदाधिकारी के नाम एक पत्र जारी कर गत 9 अगस्त 2021 को सम्पन्न हुए कॉउंसलिंग की रजिस्टर, अंतिम मेधा सूची, वीडियोग्राफी की रिकॉर्डिंग सहित सभी अभिलेख की मांग की थी, जिसके तीसरे दिन तक बीडीओ द्वारा 9 अगस्त को सम्पन्न हुए कॉउंसलिंग की रजिस्टर, अंतिम मेधा सूची, वीडियोग्राफी की रिकॉर्डिंग आदि उपलब्ध नहीं करवाई गई थी, जिसके बाद 19 अगस्त को  जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से फिर से एक पत्र जारी हुआ. जिसमें बीडीओ को फटकार लगाते हुए उक्त तमाम अभिलेख व वीडियो रिकॉर्डिंग 24 घंटे के भीतर जमा करने की बात कही गई थी.

जिला शिक्षा पदाधिकारी के कार्यालय से जारी दूसरे पत्र के आलोक में बीडीओ के तरफ से क्या संज्ञान लिया गया, 9 अगस्त को सम्पन्न हुए कॉउंसलिंग की रजिस्टर, अंतिम मेधा सूची, वीडियोग्राफी की रिकॉर्डिंग आदि उपलब्ध कराई गई या नहीं यह अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है. वहीं अब एमएलसी घनश्याम ठाकुर के मामले में संज्ञान लेने के बाद अब तय माना जा रहा है कि बेनीपट्टी प्रखंड के शिक्षक नियोजन पर उच्च स्तरीय जांच बैठाई जा सकती है.


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