बेनीपट्टी के कथित अपहृत व लापता किराना व्यवसायी दिलीप साह को मंगलवार की अहले सुबह परिजनों ने बेनीपट्टी थाना में हाजिर किया है। जहां दिलीप साह से घंटों से पूछताछ चल रही है। जानकारी के अनुसार पूछताछ के बाद आज ही दिलीप साह को कोर्ट में पेश किया जायेगा। वहीं इसके बाद पुलिस प्रशासन के द्वारा प्रेस कांफ्रेस कर मीडिया को सारी जानकारी दी जा सकती है। जानकारी हो कि दिलीप साह को 30 मार्च की सुबह दिल्ली से बरामद करने की जानकारी परिजनों के द्वारा प्रशासन को दी गई थी


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सूत्रों के अनुसार दिलीप साह की बरामदगी को लेकर जो जानकारी सामने आई थी, उसके अनुसार उनके परिजनों ने 30 मार्च को दिलीप साह को दिल्ली में रेलवे स्टेशन से परिजनों ने बरामद किया। इससे पहले 29 मार्च शनिवार की रात अम्बाला से एक अनजान व्यक्ति के मोबाइल नम्बर से दिलीप साह की पुत्री को कॉल आया। जो कि दिलीप साह ने कॉल किया था। दिलीप साह ने अपनी पुत्री से बात की। जिसके बाद आनन-फानन में दिलीप साह के बड़े भाई रूपन साह, पुत्री व अन्य सहयोगी चारपहिये वाहन से बेनीपट्टी से पटना के लिए रवाना हुए जहां से सभी की फ्लाइट से दिल्ली पहुंचने की योजना थी। लेकिन फ्लाइट की अनुपलब्धता के कारण कैब से ही 30 मार्च की सुबह सभी दिल्ली के लिए रवाना हुए।

इस बीच दिलीप साह परिजनों द्वारा गाइड किये जाने पर ट्रेन से सफर करते हुए पुरानी दिल्ली स्टेशन प्लेटफॉर्म संख्या 9 पर पहुंच गए। जहां दिल्ली में पहले से मौजूद दिलीप साह के परिजनों, सहयोगियों ने स्टेशन पर उनकी खोजबीन की। मोबाइल में भेजे गए तस्वीर की मदद से दिलीप साह तक सभी पहुंच गए। दिलीप साह को बरामद कर स्टेशन पर ही रखा गया। कुछ घंटों के इंतजार के बाद दिलीप साह के भाई रूपन साह, उनकी बेटी व कुछ अन्य सहयोगी भी पटना से दिल्ली स्टेशन पहुंचे। जहां से दिलीप साह की बरामदगी की जानकारी बेनीपट्टी प्रशासन को दी गई। यह खबर सामने आते ही बेनीपट्टी मुख्यालय में चर्चाओं का बाज़ार गर्म हो गया। अब सभी की निगाहें दिलीप साह के बेनीपट्टी पहुंचने के बाद मामले में उपज रहे सवालों के ज़वाब के तरफ है। इस मामले में जो सवाल हैं....

  • दिलीप साह ने ऐसा क्यों किया ?
  • वह अम्बाला/दिल्ली कब पहुंचा व किसके साथ पहुंचा ?
  • दिलीप साह की बाइक बरामद हुई, फिर वह स्टेशन तक किसकी मदद से गया ?
  • इतने दिन अम्बाला/दिल्ली में वह कहां, किसके साथ बिताया ?
  • सोइली नदी किनारे उसकी बाइक, कपड़े, डायरी, कागजात किसनें रखी थी ?
  • बाइक के पास से बरामद स'ल्फास टेबलेट, पेट्रोल, चाकू किसनें और किस मकसद से रखा था ?
  • पूरे घटनाक्रम में दिलीप साह का मकसद क्या था ?
  • बेनीपट्टी में बन रही स्थिति से दिलीप साह वाकिफ थे ?
  • दिलीप साह का मोबाइल कहां है ?
  • क्या वाकई में दिलीप साह करोड़ों कर्ज से लदे हुए हैं ? 
  • क्या वाकई में साहूकारों ने उन्हें जान से मारने की धमकी दी थी ?
  • दिलीप साह के परिजन पुलिस को गुमराह कर रहे थे ?
  • क्या कोई परिजन भी इस योजना का हिस्सा थे ?
  • दिलीप साह के घर से बरामद हुई दूसरी डायरी, योजना का हिस्सा था ?
  • पूरे घटनाक्रम में दिलीप साह के ड्राईवर की क्या भूमिका थी ?

इस तरह से तमाम जानकारी अभी सामने आनी बाकी है। इससे पहले दिलीप साह को लेकर जो जानकारी सामने आई थी, उसके अनुसार...

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  घटना की पूरी टाइमलाइन  

24 मार्च - शाम को दिलीप साह बाइक लेकर अपनी दूकान से यह कहकर निकलते हैं कि तगादा में जा रहे हैं। दिलीप साह के बेटे ने बताया कि रात में फोन पर बात हुई फिर नम्बर बंद हो गया।

25 मार्च - दिलीप साह की बाइक लावारिश अवस्था में सोइली नदी किनारे बाँस बिट्टी में मिली। बाइक के पास ही दिलीप साह का पेंट शर्ट, डायरी, चाकू, आधारकार्ड, लाइसेंस और अन्य कागजात बिखड़े हुए मिले थे। पास में ही स'ल्फास का टेबलेट भी था। खबर सामने आते ही बेनीपट्टी पुलिस प्रशासन चौकन्ना हुई और घटनास्थल पर पहुंच जांच तेज की। कई थानों की पुलिस मौके पर बुलाई गई। एफएसएल की टीम , श्वान दस्ते की टीम भी पहुंची। पास के ही धौंस नदी में एसडीआरएफ के द्वारा दो दिनों तक दिलीप साह की तलाश की गई, लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा। इस दौरान सोइली नदी किनारे जहां दिलीप साह की बाइक मिली वहां लोगों का मेला लगा रहा। परिजनों द्वारा 25 मार्च की शाम बेनीपट्टी थाना में दिलीप साह की हत्या की नियत से अपहरण किये जाने का मामला दर्ज कराया गया।

26 मार्च - पुलिस प्रशासन एसआईटी गठित कर टेक्निकल सेल की मदद से मामले की तहकीकात में जुटी रही।

27 मार्च - घटना के प्रतिकार में बेनीपट्टी बाज़ार के व्यवसाइयों ने शाम में बेनीपट्टी में मशाल जुलुस निकाला। अगले दिन 28 मार्च को बेनीपट्टी बाज़ार को बंद रखने का आह्वान किया गया। उसी दिन शाम में राजद के विधायक व प्रधान महासचिव रणविजय साहू भी बेनीपट्टी पहुंच दिलीप साह के परिजनों से मिल मीडिया से बात करते हुए प्रशासन को 48 घंटे के भीतर दिलीप साह को बरामद करने की चेतावनी दी। वहीं डीएसपी निशिकांत भारती ने शाम में बेनीपट्टी के विभिन्न दलों व सामाजिक प्रबुद्ध लोगों की बैठक कर दिलीप साह को लेकर अब तक तहकीकात में निकली बातों को सामने रखा। जिससे मामले में परतें खुलने लगी थी।

28 मार्च - बिस्फी के सिमरी बाज़ार को व्यवसाइयों ने बंद रखा। 

29 मार्च - रात में कथित तौर पर दिलीप साह ने अनजान व्यक्ति के नम्बर से अपनी छोटी पुत्री के नम्बर पर कॉल किया, खुद को अम्बाला में होने की बात कही। परिजनों ने दिलीप साह को अम्बाला से दिल्ली की ट्रेन पकड़ने के लिए कहा। परिजन भी बेनीपट्टी से दिल्ली के लिए विदा हुए।

30 मार्च - कथित तौर पर दिलीप साह के परिजनों ने स्टेशन से दिलीप साह को बरामद किया। प्रशासन को जानकारी दी गई।

31 मार्च - दिलीप साह को लेकर परिजन दिल्ली से पटना के लिए बायरोड रवाना हुए।

1 अप्रैल - दिलीप साह को लेकर उनके परिजन बेनीपट्टी थाना पहुंचे, जहां उनसे पूछताछ चल रही है। जिसके बाद कोर्ट में पेश कर पूरे मामले की जानकारी मीडिया को दी जा सकती है।


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