बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड क्षेत्र में खाद विक्रेताओं की मनमानी फिर से देखने को मिल रही है। एक और जहां उर्वरक निगरानी समिति के बैठक में पदाधिकारियों ने दावा किया था की, खाद को उंचे और मनमाने कीमतों में बेचने नहीं दिया जाएगा। इसकी शिकायत मिली तो छापेमारी होगी और सत्यापन के बाद कार्रवाई होगी। लेकिन, जब किसानों के द्वारा खाद की खरीदारी शुरू हुई तो वही नौटंकी शुरू हो गयी। अधिकांश खाद विक्रेताओं के द्वारा मनमाने ढंग से पैसे लेकर किसानों को खाद मुहैया कराया जा रहा है। अब किसान क्या करें?
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विगत दिनों परकौली भदुली के किसान ओम प्रकाश यादव ने अपना दुखड़ा बीएनएन से साझा की, कहा कि, अरेर चौक के निकट संचालित खाद दुकानदार के द्वारा निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा लेकर खाद दे रहा है। शिकायत किये तो खाद विक्रेता दाम कम करने को तैयार नहीं हुआ। उस किसान ने बाकायदा सोशल मीडिया पर भी उक्त खाद विक्रेता के खिलाफ पोस्ट किया। बावजूद, अबतक पदाधिकारी कुम्भकर्णी निद्रा में सोए हुए है।
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आपको बता दे कि, हर वर्ष उर्वरक निगरानी समिति के बैठक में तरह तरह के दावे किए जाते है। लेकिन, धरातल पर इसका कुछ प्रभाव नहीं दिखता है। सूत्रों की माने तो जहां डीएपी खाद किसान को 1350 में देना है, वही खाद विक्रेता डीएपी खाद 1800 से 1900 तक बेच रहे है। यूरिया और अन्य खाद भी अधिक कीमतों में बेचे जा रहे है। अब सवाल है कि, किसान जब अधिक कीमत पर खाद की खरीदारी कर ही लेंगे तो उर्वरक निगरानी समिति क्या करेगी।
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