बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (Bihar School Examination Board) की मैट्रिक परीक्षा (Matric Examination 2022) का परिणाम 31 मार्च को जारी कर दिया जाएगा, इस बाबत बिहार बोर्ड ने ऑफिसयल जनकारी देते हुए बताया है कि कल दिनांक 31 मार्च को दोपहर 1 बजे मैट्रिक परीक्षा का रिजल्ट जारी किया जायेगा।
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इस मौके पर बोर्ड कार्यालय में शिक्षा मंत्री विजय कुमार चौधरी, अपर मुख्य सचिव संजय कुमार भी मौजूद रहेंगे। जानकारी के अनुसार परिणाम के मामले में बिहार बोर्ड एक बार फिर रिकार्ड बनाने जा रहा है। पिछले साल पांच अप्रैल को रिजल्ट जारी किए गए थे। इस प्रकार बिहार बोर्ड एक नया कीर्तिमान स्थापित कर सकता है। कोरोना काल में भी समय पर परीक्षा लेकर रिजल्ट देने के मामले में बिहार बोर्ड लगातार रिकार्ड कायम कर रहा है।
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टापर घोटाले के बाद बदल गई बिहार बोर्ड की सूरत
बता दें कि वर्ष 2016 और 17 में बिहार के टापर घोटाले की वजह से बोर्ड की काफी किरकिरी हुई थी। इसके बाद बोर्ड में आमूलचूल परिवर्तन कर दिया गया। मूल्यांकन की थ्री लेयर कैटेगरी अपनाई गई। इसमें पहले चरण में उत्तर पुस्तिका का मूल्यांकन। मूल्यांकन के बाद दूसरे चरण में उन कापियों को अलग किया जाता है जिसमें नंबर अधिक आए हों। तीसरे चरण में सबसे ज्यादा नंबर लाने वाले 100 छात्रों की कापियों की फिर से जांच होती है। इसके लिए विशेषज्ञों की कमेटी बना दी जाती है। फिर शुरू होता है टापर वेरीफिकेशन।
गणित की पुनर्परीक्षा के कारण हुआ विलंब
मैट्रिक (Bihar Board Matric Results) रिजल्ट दो दिन पहले से ही आने के कयास तेज हो गए थे। टापर्स वेरीफिकेशन के बाद उम्मीद थी कि रिजल्ट जारी कर दिया जाएगा। लेकिन ऐसा हो नहीं सका। मंगलवार के बाद बुधवार की उम्मीद थी। लेकिन सूत्रों ने बताया कि रिजल्ट गुरुवार को जारी किया जाएगा। बता दें कि रिजल्ट कुछ पहले ही जारी हो जाता लेकिन मोतिहारी में गणित विषय का पेपर लीक होने के कारण वहां 24 मार्च को दोबारा परीक्षा ली गई।
मोतिहारी में हुआ था मैथ का री एग्जाम
री एग्जाम में करीब 20 हजार परीक्षार्थी शामिल हुए थे। इसके बाद टापर्स वेरीफिकेशन हुआ। अब रिजल्ट का काउंटडाउन भी शुरू हो गया है। बता दें कि इससे पहले 17 मार्च को बिहार बोर्ड इंटर का रिजल्ट जारी कर चुका है। दसवीं के रिजल्ट biharboardonline.bihar.gov.in या biharboardonline.com के अलावा दैनिक जागरण की वेबसाइट पर देखे जा सकेंगे। परीक्षार्थियों की धड़कनें अब बढ़ गई हैं। हालांकि उन्हें उम्मीद है कि रिजल्ट बेहतर ही आयेगा। गौरतलब है कि परीक्षा में करीब 16 लाख परीक्षार्थी शामिल हुए थे। परीक्षा को कदाचारमुक्त और स्वच्छ बनाने में बोर्ड की ओर से पुख्ता इंतजाम किए गए थे। इस दौरान कई परीक्षार्थियों को कदाचार के आरोप में निष्कासित भी किया गया था।
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