बेनीपट्टी(मधुबनी)। भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी कार्यालय तेज नारायण भवन परिसर में स्वतंत्रता सेनानी सह पूर्व मंत्री, बिहार सरकार तेज नारायण झा की 11वीं पुण्यतिथि मनाई गई। जिसकी अध्यक्षता पार्टी के अंचल मंत्री आनंद कुमार झा ने की। पुण्यतिथि पर पूर्व मंत्री के कृतियों का स्मरण किया गया। पार्टी के जिला मंत्री मिथिलेश झा व अन्य वक्ताओं ने कहा कि तेजनारायण झा 1939 में सूरी हाई स्कूल में कॉमरेड भोगेन्द्र झा के साथ कम्युनिस्ट पार्टी के संस्थापक सदस्य बने।
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स्वतंत्रता आंदोलन के दौरान नेताजी सुभाषचंद्र बोस के मधुबनी आगमन पर उनके स्वागत एवं कार्यक्रम को सफल बनाने में महत्वपूर्ण योगदान दिया। महज 14 वर्ष की आयु में इन्हें अंग्रेज कमिश्नर मुजफ्फरपुर के आदेश पर मुजफ्फरपुर के केंद्रीय जेल में बंद कर 15 बेंत की कठोर सजा दिया गया। जिसके कारण इनका पूरा शरीर लहूलुहान हो गया। नेताओं ने कहा कि इस क्रूरता के खिलाफ जेल के कैदी सामूहिक रूप से अनशन पर चले गए। तेजनारायण झा सर्वप्रथम 1962 में बेनीपट्टी से विधायक बने। 1967 में पुनः जीतकर बिहार सरकार के मंत्री बने। उस समय जस्टिस मधोलकर आयोग ने उन्हें बेदाग मंत्री माना था। 1942 में गाँधीजी के भारत छोड़ो आंदोलन के आह्वान पर भोगेन्द्र झा के साथ मधुबनी जेल फांदकर बाहर निकले थे। बिहार के नौजवान व किसान के साथ राज्य सचिव के रूप में भी सेवा दी। बिहार के ओजस्वी नेता चार बार विधायक चुने गए। पलटू लोरिका उच्च विद्यालय व कालिदास विद्यापति साइंस कॉलेज उच्चैठ इनके महान कृत्य है। इन्होंने जातिवाद, सम्प्रदायवाद एवं भ्रष्टाचार के खिलाफ आजीवन संघर्ष किया। इससे पूर्व भाकपा नेताओं ने पूर्व मंत्री तेजनारायण झा के तैलचित्र पर पुष्प अर्पित कर श्रद्धांजलि दी। मौके पर राज्य परिषद सदस्य कृपानंद झा आजाद, मनोज मिश्रा, तिरपित पासवान, संतोष कुमार झा, अशेश्वर यादव, संतोष पूर्वे, सुबोध झा, शंकरानंद मिश्रा, प्रेमचंद्र झा, मो सिराजुल, उपेंद्र राय आदि मौजूद होकर अपने अपने विचार प्रकट किए।
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