बेनीपट्टी (मधुबनी)। नये साल में देवी-देवताओं के दर्शन करने की पुरानी रिवाज रही है। नये साल में श्रद्धालु मंदिर में जाकर मत्था टेक नये साल का आशिर्वाद प्राप्त करते है। बेनीपट्टी मुख्यालय के तमाम मंदिर नये साल में श्रद्धालुओं का स्वागत के लिए सज-धज कर तैयार हो चुका है। मुख्यालय से पांच किमी दूर अवस्थित उच्चैठ भगवती स्थल को भी नये साल को लेकर फुलों से सजा दिया गया है। बेतौना के माली लाल बाबू ने पूरे मंदिर परिसर को फुलों से सजा दिया है। उच्चैठ के रामू पंडा, देबू पंडा सहित कई पंडाओं ने बताया कि नये साल में सुबह साढ़े चार बजे पूजा करने का शुभ समय है। पंडाओं ने बताया कि अन्य दिन सुबह के समय आरती के बाद भक्तों के दर्शन के लिए पट खोल दिया जाता है। इस दिन सुबह ही आरती कर भक्तों के लिए पट खोल दिया जाएगा। उधर नये साल में भक्तों को आशिर्वाद देने के लिए शिवनगर स्थित गाण्डीवेश्वर नाथ महादेव मंदिर , बर्री का बाणेश्वर नाथ महादेव मंदिर एवं ब्रह्मपुरा का हरिहर स्थान को सजाया जा रहा है। गौरतलब है कि इन मंदिरों में विशेष पूजा-पाठ के साथ अगल-बगल में पिकनिक स्पॉट भी है। जहां श्रद्धालु देवी दर्शन के साथ कुछ देर के लिए अपने परिवारजनों के साथ समय भी व्यतीत करते है। हर नये साल के उपलक्ष्य पर उच्चैठ में देवी दर्शन के लिए उमड़े भीड़ को कंट्रोल करने के लिए प्रशासनिक तैयारी की जा चुकी है। एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने बताया कि उच्चैठ की देवी के दर्शन सुलभ तरीके से कराने के लिए पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति उच्चैठ परिसर में की जा रही है। वहीं दो जगहों पर ड्राप गेट का निर्माण करा कर भीड़ के साथ वाहन की आवाजाही को काबू किया जाएगा।