बेनीपट्टी(मधुबनी)। नेपाल से अधवारा समूह के सहायक नदियों में छोड़े गए पानी में ठहराव आ जाने से लोगों ने राहत की सांस ली है। पाली के छोटी पूल पर फिलहाल बाढ़ का पानी चढ़ चुका है। वहीं धनुषी से चानपुरा व शिवनगर से माधोपुर गांव का संपर्क कट गया है। हर जगहों पर बाढ़ का पानी चढ़ा हुआ है। उधर, बाढ़ नियंत्रण प्रमंडल के जेई सुधीर कुमार लगातार जमींदारी बांध के बचाव के लिए प्रयास कर रहे है। बाढ़ के चौथे दिन भी करहारा, बिरदीपुर, समदा, इस्लामियां टोल, बर्री, माधोपुर, रजघट्टा, सिरवारा समेत करीब एक दर्जन गांव बाढ़ के पानी से घिरा हुआ है। जहां लोगों को भारी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। बर्री में कटाव स्थल पर नाव की सुविधा बहाल नहीं होने के कारण लोगों में प्रतिनिधियों के साथ सरकारी बाबुओं के प्रति आक्रोश देखा जा रहा है। लोगों को दैनिक वस्तुओं की खरीद के लिए घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। वहीं प्रशासनिक स्तर पर अब तक कोई राहत व बचाव कार्य प्रारंभ नहीं किया गया है। जबकि, बर्री, करहारा व समदा इस्लामियां गांव पूरी तरह से बाढ़ के चपेट में आ चुका है। गौरतलब है कि नेपाल से निकलने वाली अधवारा समूह के धौंस, रातों, ककुरा, खिरोई, थुम्हानी व बछराजा नदी पूरे उफान पर है। जहां से पानी बाहर निकल कर बघार के साथ कई घरों तक प्रवेश कर चुका है। समदा के मो. उजाले, बर्री के रमेश चन्द्र मिश्र, करहारा के पूर्व मुखिया भोगेन्द्र मंडल आदि लोगों ने बताया कि गांव से निकलना मुश्किल हो गया है। प्रशासन कोई सुधि नहीं ले रहा है। वहीं बर्री के मुखिया आलम अंसारी ने दूरभाष पर बताया कि पूरा गांव बाढ़ के पानी से घिर गया है। घर से निकलने के लिए भी कोई जगह नहीं है। उन्होंने प्रशासन से तत्काल पॉलीथीन उपलब्ध कराने की मांग की है। अंचलाधिकारी प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि सरकारी नाव के परिचालन कराने का प्रयास किया जा रहा है। वरीय अधिकारी को पूरी स्थिति के संबंध में जानकारी दी गई है।