बेनीपट्टी(मधुबनी)। शिवनगर के आईटीआई काॅलेज के पास हुई बनावटी बाईक लूट मामले में जिप सदस्य खुशबू कुमारी के पति रोशन मिश्र के खिलाफ हुई प्राथमिकी मामले में जिप सदस्य ने पुलिस प्रशासन के कार्यशैली के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली है। जिप सदस्य ने कहा कि पुलिस प्रशासन अपनी विफलता को छिपाने के लिए आम नागरिकों के साथ शोषण कर झूठे केस में फंसाने का काम कर रही है। रजिया के शशिताज कुमार सुमन के मामले में बर्री के पंचायत समिति सदस्य के पति के द्वारा मेरे पति को सूचना दी गई। ताकि ये सूचना पुलिस के समक्ष दी जा सके। जिप सदस्य ने कहा कि उनके कहने पर वे तत्कालिक पीड़ित को लेकर थाना जाकर जांच के लिए आवेदन देने का काम किया। इस मामले में पुलिस ने एकतरफा कार्रवाई करते हुए रौशन मिश्र के खिलाफ मुकदमा दायर कर दिया। जिप सदस्य ने कहा कि कुछ ही माह पूर्व उनके पैतृक घर पर चोरी हुई। उन्हें जान से मारने की धमकी मोबाईल पर दी गई। मेरे द्वारा लिखित आवेदन के बाद भी प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई। वहीं कुछ दिनों पूर्व मुंबई में रहने वाले बर्री के व्यक्ति एवं नाबालिग पर पैसे के बल पर केस दर्ज कर लिया गया। जिप सदस्य ने कहा कि पुलिस स्वयं विभिन्न व्हाट्सगु्रप बनाकर किसी भी सूचना को तत्काल देने की बात करते है। जब सूचना दिया जाता है तो झूठे आरोप में केस दर्ज कर दिया जाता है। उन्होंने कहा कि छह पंचायत के प्रतिनिधि होने के नाते हमेशा लोग उनसे कार्य के लिए संपर्क करते है। इसमें क्या गलत है ओर क्या सही। इसकी जांच तो प्रशासन को करनी है। जिप सदस्य ने कहा कि उनको मानसिक प्रताड़ना व कमजोर करने के लिए झूठा केस दर्ज कराया गया है।