कालिदास विद्यापति साइंस कॉलेज में सोमवार को विकसित भारत @2047 विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। सेमिनार की अध्यक्षता अर्थशास्त्र के विभाग अध्यक्ष डॉ. राजा साहू ने किया। इस दौरान उपस्थित छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कई तथ्यपरक जानकारियां साझा की। उन्होंने कहा है कि विकसित भारत @2047 का उद्देश्य आजादी के 100वें वर्ष यानी वर्ष 2047 तक भारत को एक विकसित राष्ट्र बनाना है। यह दृष्टिकोण आर्थिक विकास, सामाजिक प्रगति, पर्यावरणीय स्थिरता और सुशासन सहित विकास के विभिन्न पहलुओं को सम्मिलित करता है।
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सर्वविदित है कि भारत दुनिया की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन चुकी है, 3.7 ट्रिलियन भारत की अर्थव्यवस्था वर्तमान में है। भारत की अर्थव्यवस्था को अगले 24 साल में अब 9 गुना ज्यादा बढ़ाने की जरूरत है, ताकि विकसित देश की कतार में खड़ा हो सके। भारत के पास लगभग 600 अरब डॉलर विदेशी मुद्रा वर्तमान में अभी है भारत के पास विराट सर्विस सेक्टर है।
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भारत की प्रति व्यक्ति आय में 125 देश में कहीं नहीं आते हैं
भारत की अर्थव्यवस्था आने वाले 2047 तक 15 ट्रिलियन तक ही पहुंच पाएंगे, इसीलिए सरकार को चाहिए कि कम से कम 12-13% तक जीडीपी में वृद्धि करनी होगी। फिलहाल भारत की सबसे बड़ी चुनौती जीडीपी नहीं है, सबसे बड़ी चुनौती रोजगार है। रोजगार को कैसे बढ़ाए और रोजगार में वृद्धि होगा तो उत्पादन अपने आप ही बढ़ेगा और लोगों का जीवन स्तर में वृद्धि होगा और स्वत ही जीडीपी ऊपर की तरफ बढ़ेगा। Infrastructure मैं जिस प्रकार वृद्धि हुई है आने वाले 10 12 साल में भी इसी तरह से वृद्धि करनी होगी। आज हम सभी को पता है कि भारत सबसे बड़ा सबसे बड़ा बाजार है। Aviartion सेक्टर में कितना निवेश कर रहा है चीन और अमेरिका भारत को भी उसी अनुपात में एविएशन सेक्टर में निवेश करने की जरूरत है ताकि से अधिक से अधिक एक्सपोर्ट कर सके। सरकार को चाहिए कि छोटे से छोटे संगठित क्षेत्र और स्मॉल माइक्रोइकोनॉमिक्स के ऊपर जो है काम करना चाहिए ताकि अधिक से अधिक लोगों को रोजगार मिले।
इस मौके पर विभाग के डॉ. जितेंद्र कुमार, हिंदी विभाग के डॉ. जितेंद्र कुमार राम एवं डॉ. दीपक कुमार दास, डॉ. अवधेश कुमार नायक, सुशांत चौधरी, डॉ. गुड़िया कुमारी, प्रीति रंजन, रंजीत कुमार ठाकुर, डॉ. अंजीत कुमार ठाकुर एवं छात्र एवं छात्राओं ने भाग लिया।
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