बेनीपट्टी(मधुबनी)। एस के चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र चानपुरा के परिसर में शनिवार को प्रशिक्षणार्थी को प्रमाणपत्र दिया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ पूर्व केंद्रीय राज्यमंत्री सह पूर्व एमपी हुकुमदेव नारायण यादव व अध्यक्ष डॉ संत चौधरी ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्ज्वलित कर किया। बता दे कि प्रमाणपत्र वितरण कार्यक्रम के साथ कृषि के विकास, बेरोजगार युवक को रोजगारोन्मुख एवं आर्थिक सम्मुन्त के लिए 15 दिवसीय पोषक तत्व प्रबंधन विषय पर दरभंगा कृषि कार्यालय द्वारा चयनित प्रशिक्षण कार्यक्रम का भी शुभारंभ किया गया।
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कार्यक्रम को संबोधित करते हुए पूर्व एमपी श्री यादव ने कहा कि, जलवायु अनुकूल मिट्टी एवं जल के अनुकूल प्राचीन एवं नवीन तकनीक का समायोजन कर कृषि कार्य करे। वहीं, अध्यक्ष डॉ चौधरी ने कहा कि, आज के समसामयिक समय में प्रकृति से प्राप्त संसाधन मिट्टी, जल एवं हवा को प्रदूषण से बचाना तथा गैर अनुशोषित रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशी पर नियंत्रण के लिए भारत सरकार ने बीज एवं उर्वरक अनुज्ञप्ति के लिए उस ढंग का प्रशिक्षण अनिवार्य कर दिया है। जो अत्यंत सराहनीय है। इससे अंधाधुंध रासायनिक उर्वरक एवं कीटनाशी दवाओं के प्रयोग में कमी आएगी और किसान जैविक का प्रयोग कर टिकाऊ खेती करेंगे।
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संस्थान के वरीय कृषि वैज्ञानिक मंगलानंद झा ने कहा कि, प्रशिक्षण के माध्यम से सभी प्रशिक्षणार्थियों को मिट्टी का प्रकार, उसकी संरचना, मिट्टी में पाए जाने वाले तत्व, अम्लीय एवं क्षारीय मिट्टी का सुधार, मृदा नमूना लेने की वैज्ञानिक विधि, बीज एवं उसके प्रकार, बीजोत्पादन, खाद एवं उर्वरक की विस्तृत जानकारी, जैविक खाद, जीवाणु खाद, हरी खाद की फसल, मछलीपालन इनमें होने वाले रोग एवं उसका निदान की जानकारी दी गयी है। इसके साथ ही बीज एवं उर्वरक अधिनियम की जानकारी भी कार्यक्रम में दी गयी। अनुमंडल कृषि पदाधिकारी प्रमोद सहनी ने प्रशिक्षण कार्यक्रम के लिए संस्थान के प्रयासों की जमकर सराहना की। कार्यक्रम की शुरुआत में डॉ संत चौधरी के द्वारा पूर्व एमपी को पाग दोपट्टा से सम्मानित किया गया। मौके पर उप प्रमुख सह न्यासी अशोक कुमार चौधरी, वैज्ञानिक प्रमोद कुमार झा, राकेश सिंह यादव, विपुल कुमार, प्राचार्य विक्की ठाकुर, ईश्वर नाथ झा, सत्येंद्र कुमार, प्रो.दुर्गेश पांडेय आदि ने अपने-अपने विचार प्रकट किए।
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