बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी में शिक्षा विभाग की दोरंगी नीति के कारण शिक्षा व्यवस्था प्रभावित हो रही है। कही करोड़ो की लागत से भवन निर्माण हो गया, जहां शिक्षक के अभाव में भवन खंडहर बन रहा है तो कही स्कूल भवन के अभाव में शिक्षा व्यवस्था ठप होने के कगार पर है। बेनीपट्टी के विशनपुर के लडूगामा में अवस्थित राजकीय बुनियादी स्कूल भवन व संसाधन के अभाव में दम तोड़ रहा है। जबकि, स्कूल में फिलहाल 329 छात्र नामांकित है। जिन्हें वर्गवार शिक्षा नहीं मिल रही है। स्कूल के छात्रों के लिए वर्तमान स्थिति में महज तीन कमरें ही है। जहां उपस्कर की घोर किल्लत बनी हुई है। शिक्षकों की किल्लत तो ऐसी है कि, एक ही शिक्षक को सभी विषयों को पढ़ाना पड़ रहा है।
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ग्रामीण प्रिंस मिश्रा ने बताया कि उक्त स्कूल की शिक्षा व्यवस्था प्रभावित होने से छात्रों को गुणवत्तापूर्ण शिक्षा सपना बन गया है। एक ही रूम में कई वर्गों की एकसाथ पढ़ाई होने से दूसरे बच्चे भी प्रभावित हो जाते है। वही, स्कूल का एक कमरा एनपीएस को दिए जाने से स्कूल की स्थिति और भी दयनीय है।
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बता दे कि उक्त स्कूल की स्थापना वर्ष-1950 में की गई। स्कूल के स्थापना होने के बाद गांव में शिक्षा का स्तर काफी तेजी से बढ़ गया। स्कूल से निकल कई छात्र आज अच्छे जगहों पर नौकरी कर रहे है। लेकिन, स्कूल की दुर्दशा आज ऐसी है कि कब स्कूल का क्षतिग्रस्त भाग गिर कर जमींदोज हो जाये, कहना मुश्किल है। स्कूल के एचएम प्रतिमा कुमारी बताती है कि स्कूल में शिक्षक से लेकर भवन, उपस्कर, चहारदीवारी व चापाकल की दिक्कत है। बावजूद, वो कर्तव्य का निर्वहन कर रही है। संसाधन के किल्लत को दूर करने के लिए विभाग को कई बार पत्र भेजा जा चुका है।
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