बेनीपट्टी (मधुबनी)। केन्द्र की मोदी सरकार के एक फैसले से देश को हर मायने में पीछे कर दिया। नोटबंदी का फैसला लेकर मोदी सरकार ने देश में बेरोजगारी पैदा कर दी।इस फैसले के कारण दर्जनों लोगों की जान बैंक की कतार में चली गयी। लोग पैसा रहते हुए भी दवा खरीद नहीं कर पायें। बैंक अधिकारी अलग ही परेशान हुए। इसलिए कांग्रेस आगामी 08 नवंबर को नोटबंदी के एक वर्ष पूरे होने पर काला दिवस के रुप में मनायेगी। ये बातें पूर्व केन्द्रीय मंत्री सह कांग्रेस के राष्ट्रीय प्रवक्ता डा. शकील अहमद ने सोमवार को कांग्रेस पार्टी कार्यालय में आयोजित प्रेस वार्ता में कही। डा. अहमद ने कहा कि नोटबंदी दरअसल देश के बड़े पूंजिपतियों के हितों के लिए हुआ था, जो लोकसभा चुनाव के दौरान मोदी को मदद किया था।वहीं डा. शकील ने कहा कि देश में नोटबंदी से बड़ा कोई घोटाला नहीं है। जिस नोट के छपाई में सरकार ने 21 हजार करोड़ की राशि खर्च की, वहीं सरकार के बैंक में मात्र 16 हजार करोड़ ही आयें। नोटबंदी के आड़ में करीब 08 लाख करोड़ का घोटाला हुआ है। डा. अहमद ने कहा कि देश के करीब दौ सौ पूंजिपतियों के उपर बैंक का करीब 08 लाख करोड़ का कर्ज था, जिसे भरपाई के लिए केन्द्र सरकार ने नोटबंदी देश पर थोप दिया। सवालिया लहजे में डा. शकील ने कहा कि आखिर नोटबंदी के एक वर्ष पूरा होने के बाद भी रिजर्व बैंक क्यूं नहीं बता पा रही है कि नोटबंदी के बाद कितनी राशि बैंक में जमा हो पायी। उधर डा. अहमद ने कहा कि नोटबंदी के कारण सभी सेक्टर में नौकरी खत्म हुई है। लाखों युवाओं को सालाना रोजगार देने के वादे करने वाली मोदी सरकार के नोटबंदी के कारण लाखों लोग बेरोजगार हुए है। देश का लगातार जीडीपी गिर रहा है। मौके पर बेनीपट्टी विधायक भावना झा, सुभाष झा नन्कू, मिहीर झा, बैधनाथ झा, अवधेश सिंह, अजित ठाकुर, नलिनी रंजन उर्फ रुपन सहित कई कांग्रेसी नेता उपस्थित थे।