बेनीपट्टी(मधुबनी)।कन्हैया मिश्राः विगत 11 वर्षो से एक ही गांव में रहने के बाद भी लोगों को आपस में जुदाई का दर्द सहना पड रहा है।त्यौंथ पंचायत के चहुंटा गांव के वार्ड न0-8 व 09 के लोगों को वर्ष 2004 में आयी बाढ के कारण ऐसी ब्रेक लगी की दोनों वार्ड के लोगों का मिलना-जुलना लगभग बंद हो गया है.2004 के बाढ में गांव के मुख्य पथ पर पानी के तेज धाराओं के कारण पथ पर ऐसा कटाव हुआ कि मुख्य पथ के बीचोंबीच लगभग 100 फीट गहरा गडढा (मोईन) हो गया।कई लोगों के घर उक्त जगहों पर पानी के तेज धाराओं में बह गया.लगभग 11 वर्ष गुजर गये,कई जनप्रतिनिधियों के चेहरे भी बदल गये,मगर चहुंटा गांव के लोगों की तकदीर नहीं बदल सकी.गांव के धर्मदेव यादव,मो.अजीम,कैलाश यादव,महेंद्र मुखिया,राजन भगत,जागेश्वर यादव,भाग्यनारायण यादव,इस्लाम कुजरा सहित कई ग्रामीणों ने बताया कि वर्ष 2004 से इन ग्यारह सालों में सांसद से लेकर विधायक व प्रशासनिक पदाधिकारी के आगे गुहार लगाता रहा,लेकिन किसी भी स्तर पर ग्रामीणों को आपस में मिलाने का प्रयास नहीं हुआ।त्यौंथ पंचायत के सरपंच वशिष्ठ नारायण झा ने बताया कि गांव के लोगों के सामने जब सूखें में काफी समस्या होती है तो बाढ या बरसात के समय में कितनी दिक्कतों का सामना करना पडता है,समझा जासकता है.सरंपच ने बताया कि उक्त गडढे पर एक पुल निर्माण से गांव की समस्या खत्म हो जाती।वहीं ग्रामीणों ने बताया कि लगभग एक वर्ष पूर्व उक्त गडढें में एक बच्चें की भी मौत हो चूकी है।ज्ञात हो कि वर्तमान नीतीश कुमार के शासनकाल में हजारों गांवो को मुख्य पथ से जोडने के लिए बडे-बडे पुल व पुलियों का निर्माण किया गया।गांवों का समुचित विकास कार्य होने के बाद भी बेनीपट्टी प्रखंड के त्यौंथ पंचायत के चहुंटा गांव का आपस में दो भागों में बंटे रहना किसी को भी पच नहीं रहा है।उक्त गडढें पर पुल निर्माण नहीं होने के कारण गडढें के उत्तर बसे लगभग 40 परिवार के लोगों का गांव में प्रवेश करना काफी कष्टकारी हो गया है।वहीं दक्षिण भाग में बसे लोगों को बेनीपट्टी-हरलाखी मुख्य पथ पर आने के लिए घंटो गांव दर गांव घुमकर मुख्य पथ पर आना पडता है।वहीं एसडीएम गणेश कुमार ने बताया कि गांव के लोगों की समस्या को देखा जायेगा.पुल निर्माण के लिए उनके स्तर पर प्रयास किया जायेगा।