कन्हैया मिश्रा: एक आॅडियो टेप से पूरे यूपी के राजनीति को हिला देने वालें आईपीएस अमिताभ ठाकुर बिहार के मुजफ्फरपुर के रहने वाले है।उनकी पत्नी नूतन ठाकुर एक सामाजिक कार्यकर्ता के तौर पर जानी जाती है।कुछ दिन पूर्व तक नूतन ठाकुर आम आदमी पार्टी के सदस्य थी।यू ंतो अमिताभ ठाकुर एक बेहतर पुलिस अधिकारी के साथ-साथ बेहतर लेखक भी है,वहीं श्री ठाकुर नेशनल आरटीआई फोरम के संस्थापक भी है।सपा प्रमुख पर धमकाने से ही वे सुर्खियों में नही आये,श्री ठाकुर अपने विचार व कार्यशैली से अधिकतर समय सुर्खियों में रहते आये है।फेसबुक पर अधिकांस समय देने के दौरान फेसबुक पर आई हेट महात्मा गांधी नाम से एक पेज पर शिकायत हुई तो श्री ठाकुर ने फेसबुक से जबाव मांगा,जबाव नहीं आने पर श्री ठाकुर ने फेसबुक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कर दी।जिससे ठाकुर रातों-रात मशहूर हो गये।उपरांत फेसबुक ने उक्त पेज को बैन कर दिया।इससे पूर्व माननीयों को पुलिस के द्वारा दी जाने वाली गार्ड आॅफ आॅनर पर भी सवाल उठा दिये,और मुख्य सचिव को पत्र लिखकर बताया कि इस परंपरा से पुलिस की मान-सम्मान में कटौती होती है,जब किसी आपराधिक चरित्र वाले माननीयों को सम्मान दिया जाता है।उस पत्र के बाद यूपी में काफी दिनों तक बवाल मचा था।इसके अलावे श्री ठाकुर उस समय और सुर्खियों में आये जब यूपी सरकार के द्वारा पूर्व स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के प्रधान सचिव प्रदीप शुक्ला की बहाली राजस्व बोर्ड में कर दी गई।प्रदीप शुक्ला कुछ दिन पूर्व ही एनआरएचएम घोटाला में जेल से बाहर आये थे।उनकी बहाली पर आईपीएस अमिताभ ठाकुर ने सरकार की काफी आलोचना की थी।