पटना । करीब पांच घंटे तक बोरबेल में फंसी बबिता की जान आखिरकार निकल ही गई।पांच साल की बबिता की मौत 40 फीट गहरे बोरवेल में गिरने से हो गई।प्रशासन को बच्ची के गिरने की सूचना होने के बावजूद कोई ठोस कार्रवाई नहीं होने से हो गई।फुलवारीशरीफ के मित्रमंडल कालोनी में किराये पर रहने वाले जितेन्द्र पासवान की पांच वर्षीया बेटी बबिता कुमारी रविवार को घर के समीप खेलने गई थी।साथ में उसके दोंनो भाई भी थे।बालू पर खेलने के दरम्यान फिसलने से बोरवेल में जा गिरी।घटना की सूचना फुलवारीशरीफ थाने के माध्यम से जिला मुख्यालय और एनडीआरएफ से लेकर एसडीआरएफ तक पहुंची।जिलाधिकारी ने एसडीआरएफ से मदद मंागी।लेकिन बताया गया कि जवान हडताल पर है।एनडीआरएफ के मदद के लिए उसके मुख्यालय से अनुमति देर से मिली।इसी बीच स्थानीय लोग नगर परिषद् की जेसीबी मशीन से अपने स्तर पर खुदाई शुरु कर दी।दो घंटे के बाद प्रशासन व पुलिस मौके पर पहुंचे।एसडीआरएफ के कमाडेंट भी पहुंचे।लेकिन खाली हाथ पहुंचने से मौके पर तत्काल बच्ची की सहायता नहीं मिल सकी।करीब पांच घंटे के बाद बबिता को निकाल तो लिया गया,मगर पीएमसीएच में उसे मृत घोषित कर दिया गया।इससे पूर्व जिलाधिकारी अभय कुमार सिंह के निर्देश पर एम्बुलेंस व आॅक्सीजन भी भेजी गई थी।चिकित्सकों के अनुसार बच्ची की जान आॅक्सीजन की कमी के कारण हुई है।