बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी के बसैठ में शिलान्यास के दो वर्ष के बाद भी शक्ति उपकेन्द्र का निर्माण नहीं हो सका है। जिसके कारण आज भी विद्युत उपभोक्ताओं को कभी लो-वोल्टेज तो हल्की हवा के झोंके पर भी विद्युत से वंचित रहना पड़ रहा है। उपभोक्ता अब आन्दोलन की रुप रेखा तैयार करने में जुट गए है। बता दे कि गत 27 जुलाई 2018 को जिले के प्रभारी मंत्री सह कृषि मंत्री डॉ प्रेम कुमार ने बसैठ कृषि विज्ञान केन्द्र के पीछे रिंग बांध के नीचे विद्युत उपकेन्द्र का भूमि पूजन के साथ शिलान्यास किया था। उक्त स्थल पर एलएनटी कंपनी को नौ करोड़ के लागत से विद्युत उपकेन्द्र का निर्माण करना था। लेकिन, शिलान्यास के दो वर्ष बाद भी एक ईंट भी नहीं डाली गई है। वहीं कुछ लोग अब विद्युत उपकेन्द्र नहीं बनने की जानकारी देते हुए कहा कि शिलान्यास महज ढकोसला था। गौरतलब है कि उक्त प्लॉट में शिक्षाविद् डॉ संत कुमार चौधरी व उप प्रमुख अशोक कुमार चौधरी ने विद्युत उपकेन्द्र निर्माण के लिए करीब सोलह कठ्ठा जमीन दान की थी। बावजूद विद्युत उपकेन्द्र की स्थापना नहीं हो सकी। इस उपकेन्द्र के निर्माण व चालू होने से इस क्षेत्र के किसान को निर्बाध रुप से बिजली आपूर्ति की जा सकती थी। वहीं दो फीडर कृषि फीडर बनाने की घोषणा अधिकारियों ने की थी। उधर, पश्चिमी क्षेत्र के किसानों ने विद्युत विभाग के अधिकारियों से शक्ति उपकेन्द्र के निर्माण की पहल किए जाने की मांग की है। प्रोजेक्टर के अभियंता ने दूरभाष पर बताया कि निर्माण के लिए पहल की जाएगी।