देश में एक तरफ जंहा मेट्रो ट्रेन, एक्सप्रेस वे, 5जी इंटरनेट जैसी सुविधा मिल रही है, वहीं बेनीपट्टी प्रखंड स्थित धकजरी पंचायत के वार्ड नं-1 लोहारपट्टी गाँव में पक्की सड़क अब तक नहीं पंहुच सकी है. ग्रामीणों का कहना है कि विगत दस वर्षो से रोड की यही स्थिति है. जिसके कारण लोगों को काफी समस्या का सामना करना पड़ता है. विशेष कर जब गांव में कोई बीमार पड़ता है, साथ ही स्कूल आने-जाने में छात्रों को भी बहुत दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. बारिश के दिनों में ग्रामीणों का घर से निकलना मुश्किल हो जाता है. चूँकि रोड तो खराब है ही, साथ ही नाले का न होने से समस्या और भी बढ़ जाति है.
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ग्रामीणों से जब ये पूछा गया कि गांव के मुखिया व विधायक तथा बड़े अधिकारी का इस बारे में क्या कहते हैं तो ग्रामीणों का ये कहना था कि मुखिया व विधायक जी को रोड से क्या लेना देना, उनको तो सिर्फ वोट चाहिए. जिसके लिए वो चुनाव से पहले हाथ जोड़ते हुए आते हैं और वोट लेने के बाद कभी नजर भी नहीं आते हैं. अबकी बार चुनाव में अगर वोट लेना हैं तो पहले रोड बनाना होगा अगर रोड नहीं बनाते हैं तो मतदान का बहिष्कार किया जायेगा.
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आपको बता दें की इस सड़क को बनाने का काम 13 मई 2019 को चालू हुआ था, उस समय सड़क पर रोड़ी-पत्थर डाला गया था, इससे लोगों की उम्मीदें बढ़ गई थी लेकिन कुछ ही दिनों बाद लॉकडाउन लग गया. इसके बाद सड़क पर कोई काम नहीं हो सका. गाँव की आबादी की बात करें तो लगभग 250 परिवार हैं, जिसमें करीब 2000 लोग रहते हैं, जो इस सड़क की जर्जरता से प्रभावित हैं.
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