जयनगर(मधुबनी)। आशा संयुक्त संघर्ष के आह्वान पर अपनी नौ सूत्री मांगों को लेकर विगत 12 जुलाई से आशा कार्यकर्ताओं के द्वारा जयनगर अनुमंडल अस्पताल पर अनिश्चितकालीन हड़ताल किया जा रहा है। मंगलवार को 14 वें दिन आशा कार्यकर्ताओं ने मंजुली देवी के नेतृत्व में धरना देते हुए ओपीडी सेवा को घंटों रोका।
जिससे मरीजों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ा। आशा वर्कर ने ओपीडी मरीज निबंधन काउंटर पर धरना देतें हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी करते हुए कहा कि हमारी मांग जायज है और सरकार हमारी मांगों को पूरा करें। हमारी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो हड़ताल के साथ सड़क पर उतरने की धमकी दी है।
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प्रखंड अध्यक्ष मंजुली देवी ने कहा कि क्षेत्र और अस्पताल में काम होगा तो हमारी जायज मांगों को सरकार नजरअंदाज करेगी। इसलिए हम आशा कर्मी आज अंतिम दिन ओपीडी सेवा को रोकने का काम किया। ताकि मरीजों के दिक्कत को देख कर सरकार हमारी मांगों को जल्द पूरा करेगी। मंजुली देवी ने कहा कि सरकार हमें हमारा हक समान काम के बदले समान वेतन दे। हमें सरकारी सेवक घोषित करे एवं दस हजार मानदेय दे। सरकार के खिलाफ आक्रोश जताते हुए कहा कि सरकार हम लोगों को दलाल बना दिया है। अपनी मांगों को लेकर अस्पताल से सड़क तक संघर्ष करने को तैयार है।
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अस्पताल में ओपीडी में चिकित्सीय जांच हेतु आए मरीज लक्ष्मी देवी, शम्भु प्रसाद, मो कलाम, मनीष कुमार समेत अन्य ने बताया कि आशा द्वारा हड़ताल के कारण ओपीडी से निबंधन नहीं हुआ है। स्थल पर मंजू कुमारी, रीता देवी, अफसाना खातुन, ललिता देवी, सविता देवी, रामपरि देवी, रेणु देवी, अनिता देवी एवं रेखा देवी समेत दर्जनों मौजूद थें ।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर अनुमंडल अस्पताल उपाधीक्षक डॉ कुमार रोनित ने बताया कि आशा वर्कर कुछ समय के लिए ओपीडी सेवा प्रभावित किया। लेकिन स्वास्थ्य सेवा बहाल रखा गया। मरीजों के स्वास्थ्य की जांच की गई।
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