झंझारपुर(मधुबनी)। मंगलवार का दिन झंझारपुर में रणक्षेत्र बना रहा। जहां उग्र भीड़ ने पुलिस को जमकर दौड़ाया और पत्थर भी फेंके। भीड़ ने लाठी, फराठी, बांस बल्ले और फिर ईट पत्थरों से पुलिस पर हमला कर दिया। पथराव में 8 से 10 पुलिस कर्मी घायल हो गए।
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दरअसल, सोमवार की देर रात झंझारपुर के आरएस ओपी थाना क्षेत्र के बेहट गैस एजेंसी के समीप 2 बच्चों की माँ लक्ष्मी देवी को ससुराल वालों ने हत्या कर शव को जला दिया । परिजनों ने आरोप था कि मृतक महिला गांव के ही अनिल मुखिया से पांच वर्ष पूर्व लव मैरिज की थी शादी के बाद से ही ससुराल वाले मारपीट करता था। किसी ने महिला के परिजनों को सूचना दी कि उनके बेटी को ससुराल वालों ने मार दिया। सूचना मिलते ही जब परिजन घर पहुंचे तो वहां पर खून के निशान दिखाई दिए लेकिन महिला कहीं नहीं मिली।
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मृतक के परिजनों ने कहा कि ससुराल वालों ने कहा कि महिला को जला दिया गया है। जब उसे संस्कार स्थल दिखाने को कहा गया उन्होंने नहीं दिखाया और घर छोड़कर फरार हो गया। इधर मौत की सूचना मिलते ही मृतक महिला के परिजनों के द्वारा पुलिस को लिखित आवेदन दिया गया। पुलिस आई लेकिन शव नहीं मिला। देखते ही देखते लोगों का भीड़ आक्रोशित हो गया और मुख्य सड़क को जाम कर प्रदर्शन करने लगा।
तबतक पुलिस भारी संख्या में वहां पहुँच गई इधर उग्र भीड़ को शांत कराने के दरम्यान भीड़ बेकाबू हो गई और पुलिस पर हमला कर दिया। घंटों तक पथराव किया गया। जिसमें 8 से 10 पुलिसकर्मी घायल हो गए हैं वही एक महिला भी घायल हो गई है। झंझारपुर डीएसपी आशीष आनंद और एसडीओ कुमार गौरव शुरू से ही घटनास्थल पर मौजूद थे।
भीड़ आक्रोशित होते देख डीएसपी आशीष आनंद ने मोर्चा संभाला तब जाकर हालात पर काबू पाया गया । घंटों चली पथराव में पुलिस को 500 मीटर पीछे तक आक्रोशित भीड़ ने खदेड़ दिया लेकिन फिर पुलिस के कड़ी मशक्कत के बाद हालात पर काबू पाया गया। वहीं घटना के बाद डीएसपी आशीष आनंद ने बताया की मृतक महिला के ससुराल पक्ष से चौकीदार है इसलिए इन लोगों का आरोप है कि चौकीदार होने के कारण पुलिस ने नरमी बरती । लेकिन ऐसा कोई बात नहीं है जिन लोगों ने पथराव किया है उनके विरुद्ध प्राथमिकी दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जाएगी वही हालात पर पैनी नजर बनाए हुए हैं।
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