प्रशांत किशोर ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर जमकर हमला करते हुए कहा कि जो जनगणना 2011 में हुई है उस आँकड़े को जारी किया जाना चाहिए। उसमें कोई कमी है तो उस पर चर्चा होनी चाहिए। उसके बाद से नीतीश कुमार भाजपा के साथ सरकार में भी रहें लेकिन उन्होंने उन आंकड़ों को जारी नहीं किया और किसी ने नीतीश कुमार से पूछा भी नहीं की ये आँकड़े क्यों जारी नहीं हुए।
1
यदि भाजपा जनगणना के आँकड़े जारी नहीं करने दे रही थी तो नीतीश कुमार ने भाजपा को क्यों नहीं छोड़ा, लेकिन जब भाजपा नीतीश कुमार की जगह नया मुख्यमंत्री बनाने लगी तो भाजपा को छोड़कर जातीय जनगणना कराने जा रहे हैं। बिहार के जो मुद्दे हैं उन पर नीतीश कुमार काम नहीं कर रहे हैं।
2
बिहार में बच्चों के पढ़ने के लिए व्यवस्था नहीं है उस पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। नीतीश कुमार की बेवकूफी और अहंकार की वजह से आज सैकड़ों लोग जहरीली शराब पीने की वजह से मौत के शिकार रहे हैं।
Follow @BjBikash