बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी नगर पंचायत में चल रहे अतिक्रमण मुक्ति अभियान पर व्यवसायियों में रोष व्याप्त है। इसको लेकर बुधवार की दोपहर इंदिरा चौक के निकट श्री रामजानकी धर्मशाला में बैठक आहूत की गई। जिसकी अध्यक्षता संदीप झा मुरारी ने किया। बैठक में व्यवसायी वर्ग के लोगों का कहना है कि दो साल हमलोग कोरोना और लॉकडाउन के कारण बर्बाद हो गए। अब बाजार की स्थिति सुधर रही थी, तो कुछ माह पूर्व नाला उड़ाही के नाम पर व्यवसायियों को तबाह किया गया।
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नाला की सफाई कर कचड़ा को दुकान के आगे कई दिनों तक रख दिया गया। लोग बदबू से परेशान थे। बाजार से ग्राहक गायब हो गए। अब लग्न के समय मे अतिक्रमण मुक्त के नाम पर नौटंकी किया जा रहा है। व्यवसायियों ने कहा कि, अंचल से बिना भेदभाव मापी हो और हर जगह खाली कराये और खाली जगहों पर नाला निर्माण कराये। लेकिन, बेनीपट्टी में मुंह देखबा कार्रवाई हो रही है। दुकान के आगे अतिक्रमण मुक्त के नाम पर गढ्ढा किया जा रहा है। ऐसे में अगर बारिश आयी तो दुकानदारी चौपट हो जाएगी।
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जेडीयू व्यवसायी प्रकोष्ठ के प्रदेश सचिव धर्मेंद्र साह बताते है कि, यहां लोगों के चेहरे देख कर कार्रवाई हो रही है। श्री साह ने कहा कि, पहले नाला उड़ाही अब अतिक्रमण के आड़ में कार्रवाई, ये दर्शाता है कि व्यवसायी वर्ग को क्षति पहुचाया जा रहा है। श्री साह ने कहा कि अगर खाली होगा, तो सभी के आगे लगा अतिक्रमण खाली हो और, नगर पंचायत स्पष्ठ करे की, उक्त खाली जमीन पर क्या होगा? नाला बनेगा या नहीं,
सामाजिक मुद्दों पर मुखर नजर आने वाले अभिषेक झा ने कहा कि, बेनीपट्टी से काली मंदिर तक अतिक्रमण मुक्त कराया गया, क्या, मुख्य पार्षद के घर के आगे अतिक्रमण है या नहीं? आखिर, कार्रवाई में भेदभाव क्यों?
बैठक में भगवान नायक, मुकुल झा, संतोष साह, ललन साह, नथुनी राम, गगन झा सहित दर्जनों लोग मौजूद थे। बैठक के संबंध में सर्वसम्मति से तय हुआ की, गुरुवार को व्यवसायी वर्ग एसडीएम से मिलकर आवेदन देकर हस्तक्षेप की मांग करेंगे। लोगों की मांग है कि, फुटकर विक्रेताओं के बसावट की व्यवस्था हो, अतिक्रमनमुक्ति के बाद होने वाला कार्रवाई सार्वजनिक हो, नाला उड़ाही और अतिक्रमण मुक्त के बाद निकले मिट्टी व कचड़ा कहाँ गया, इसकी जांच हो और मुंह देख कर अतिक्रमण खाली न हो।
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