बेनीपट्टी(मधुबनी)। एस के चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र परिसर में सोमवार को पंद्रह दिवसीय समन्वित पोषक तत्व प्रबंधन का प्रशिक्षण कार्यक्रम की शुरुआत की गई। जिसका उद्घाटन अध्यक्ष डॉ संत कुमार चौधरी ने दीप प्रज्ज्वलित कर किया। प्रशिक्षण में आये लोगों को कृषि के विकास एवं आधुनिक तकनीकी की प्रसारण के साथ-साथ बेहतर फसल प्रबंधन, संतुलित खाद, उर्वरक का प्रयोग व कृषि की लागत कम कर लाभकारी बनाने के उद्देश्य से अवगत कराया गया।
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प्रशिक्षण सत्र का उद्घाटन कर डॉ चौधरी ने कहा कि कृषि में अपार संभावनाएं है। देश के प्रथम प्रधानमंत्री पंडित नेहरू ने आजादी के बाद देश को खाद्यान्न मामले में आत्मनिर्भर होने की बात कही थी। आज स्थिति ये है कि हम किसानों व कृषि वैज्ञानिकों के अथक प्रयास से फसल मामले में आत्मनिर्भर हो गए है। लेकिन, अभी भी बहुत कुछ करना है। कृषि के जरिये आय को दोगुनी करने के लिए इसमें तकनीकी को शामिल करना होगा। ताकि, हम खाद्यान्न के मामले में अधिक मजबूत हो जाये। श्री चौधरी ने कहा कि अब जलवायु परिवर्तन को देखते हुए काम करना होगा। वातावरण को बेहतर बनाने के लिए भूमि एवं जल का बेहतर प्रबंध करना होगा। जल को प्रदूषित होने से बचाना होगा।
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कृषि विज्ञान केंद्र के वरीय वैज्ञानिक मंगलानंद झा ने कहा कि इस प्रशिक्षण में आये प्रशिक्षणार्थियों को जिले की मिट्टी संरचना, उसके प्रकार, मिट्टी में उपलब्ध तत्व, मिट्टी का सुधार, विभिन्न फसलों में उर्वरक का संतुलित प्रयोग, सिंचाई प्रबंधन, हरि खाद का उपयोग आदि विषयों पर बताया जाएगा।
मौके पर अरविंद चौधरी, वेदमती भवनाथ चौधरी कॉलेज ऑफ एजुकेशन के प्रभारी प्राचार्य विक्की ठाकुर, प्रो. गणेश प्रसाद, प्रो.आशीष कुमार, डॉ देवेंद्र कुशवाहा, प्रो. दुर्गेश, प्रो. वीरेंद्र ठाकुर, प्रो.रामवल्लभ, प्रो. गजेंद्र यादव, प्रो. गिरिजा, प्रो. आदित्य कुमार मिश्रा, ईश्वर नाथ झा आदि थे।
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