बेनीपट्टी(मधुबनी)। मानसूनी बारिश थमने के कारण जहां बाढ़ की संभावना कम होती नजर आ रही है। वहीं, बिना बाढ़ के डूबने की संख्या भयावह होती जा रही है। अधिकांश डूबने के मामलों में लापरवाही हद पार करती नजर रही है। जेसीबी से गहरा गढ्ढा की खुदाई सबसे बड़ी विलेन साबित हो रही है। बावजूद, न तो बच्चे के परिजन सचेत हो रहे है, न ही ऐसे गढ्ढे करने वाले। रविवार की अगर बात करे तो पूरे बेनीपट्टी अनुमंडल में तीन बच्चों की मौत डूबने से हुई है। बिस्फी के सिमरी में जहां दो बच्चों की मौत हुई है। वहीं, बेनीपट्टी के शाहपुर के चानपुरपट्टी से एक डूबने से हुई मौत का मामला सामने आ चुका है।
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जबकि, चंद दिनों में हुई मौत का आंकड़ा चिंताजनक होती जा रही है। गत तीन दिन पूर्व जहां विशनपुर के दाहू खतबे का पुत्र विष्णुदेव कुमार की मौत डूबने से हुई। वहीं, बेनीपट्टी के बरहुलिया में गढ्ढे में डूबने से एक बच्चे की मौत हुई। उसी दिन सुबह में भैंस को नहाने के दौरान बेनीपट्टी के चंहुटा में एक बच्चे की मौत हुई। अधिकतर मामलों में कही न कही लापरवाही जान पर भारी बन रही है।
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लोगों की माने तो प्रशासन को ऐसे जेसीबी वालों को सचेत करना चाहिए। ताकि, वो किसी भी खेत अथवा बांध के समीप गहरा गढ्ढा न खुदाई करे। वहीं, लोगों को भी इस मामले में जागरूक किया जाना चाहिए। ताकि, यूं ही नहीं नौनिहालों की असमय मौत हो।
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