कन्हैया मिश्रा : बिहार के निकाय चुनाव में राजग के आंधी के आगे महागठबंधन का सपना टूट गया है।निकाय कोटे के विधान परिषद् चुनाव के मतगणना में राजग को कुल 13 सीटे आयी है वहीं महागठबंधन में शामिल जदयू,कांग्रेस,राजद व राकांपा को महज 9 सीटे आयी है।18 सीटों पर विधान परिषद् का चुनाव लड रही भाजपा को अकेले दम पर 12 सीटों पर जीत दर्ज की है,इसमें एक निर्दलीय भाजपा समर्थित भी शामिल है।वहीं जदयू को पांच व राजद को तीन सीटों पर काबिज होने में सफल हुई है।मुंगेर सीट का परिणाम अभी आना शेष है।लोजपा केे नुतन सिंह भी चुनाव जीत चुकी है।बिहार विधान परिषद् चुनाव में महागठबंधन के दो प्रमुख दल राजद-जदयू 10-10 सीटों पर उतरी थी,जबकि महागठबंधन के अन्य दल चार सीट पर।कांग्रेस को मिले तीन सीटों में से दो सीटें गवांनी पडी है।जबकि राकांपा को एकमात्र मिले सीट पर भी जीत नहीं मिल सकी।विधान परिषद् चुनाव के मतगणना में सबसे अधिक चैंकाने वाला परिणाम पटना से आ रहा है,जहां जेल में बंद आपराधिक छवि के रीतलाला यादव ने जदयू व भाजपा के उम्मीदवारों को जेल में रहकर ही धूल चटा दी है।जानकारी दे कि गत चुनाव में जदयू-10,राजद-3,भाजपा-5,एलजेपी-3 व निर्दलीय-3 सीटों पर जीत दर्ज की थी।भाजपा के सच्चिदानंद राय,छपरा से,औरंगाबाद से रंजन कुमार सिंह,गोपालगंज से आदित्य पांडेय,दरभंगा से सुनील सिंह,मधुबनी से सुमन कुमार महासेठ,पूर्णिया से दिलीप जायसवाल,सासाराम से संतोष सिंह,समस्तीपुर से हरी नारायण चैधरी,बेगूसराय से रजनीश,मोतीहारी से बब्लू गुप्ता, सीवान से टून्नाजी,सहरसा से लोजपा के नुतन सिंह ने जीत दर्ज की है।वहीं जदयू के नालंदा से रीना देवी,मुजफ्फरपुर से दिनेश सिंह,गया से मनोरमा देवी,नवादा से सलमान रागिव व भागलपुर से मनोज यादव,राजद से हाजीपुर सीट से सुबोध राय,भोजपुर से राधाचरण शाह,दिलीप ने सीतामढी पर अपना कब्जा जमाया व मुंगेर सीट से संजय प्रसाद जीत दर्ज की है।कांगे्रस को मिले एक मात्र सीट बेतिया से राजेश राम ने दिलाई है।वहीं कटिहार से भाजपा समर्थित निर्दलीय अशोक अग्रवाल ने जीत दर्ज की है।जीत से उत्साहित भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता सह विधायक विनोद नारायण झा ने कहा कि ये लोग कितने भी ठगबंधन कर ले,बिहार की जनता ने इन्हें पूरी तरह रिजेक्ट कर चुकी है।महागठबंधन के प्रत्याशियों की हार जनता के द्वारा दी गई है।अब सरकार को ये समझ लेना चाहिए कि बिहार का भला सिर्फ एनडीए ही कर सकता है।वहीं केंद्रीय मंत्री रामविलास पासवान ने कहा कि एनडीए की जीत का दावा तो वे पहले से ही कर रहे थे।मंत्री पासवान ने कहा कि लालू यादव-नीतीश से मिल सकते है,मगर उनके कार्यकर्ता व वोटर नहीं मिल सकते है।बिहार विधान परिषद् चुनाव को बिहार के सभी राजनीतिक दल शुरु से ही विधानसभा चुनाव का सेमीफाईनल के तौर पर देख रहे थे।ऐसे में एनडीए को मिली सफलता ने महागठबंधन के भविष्य पर एक बडा प्रश्नचिन्ह् लगा दिया है।जिसकी धमक अब देखने को मिलेगी।