भारतीय जनता पार्टी के पूर्व मधुबनी जिलाध्यक्ष व विधान परिषद सदस्य घनश्याम ठाकुर पर गांव के ही रामचंद्र चौधरी ने जमीन खरीदने के बाद पैसे नहीं देने और धमकाने का आरोप लगाया है। मधुबनी जिले के बेनीपट्टी क्षेत्र अंतर्गत रामनगर परजुआर के रामचंद्र चौधरी ने एमएलसी पर जमीन निबंधन करा कर बकाया पैसे नहीं दिए जाने का आरोप लगाते हुए बिहार विधान परिषद के सचिव समेत कई अधिकारियों को आवेदन डाक के माध्यम से भेजा है।
जिसमें आरोप लगाया गया है कि उन्होंने 3 कट्ठा चार धुर जमीन अपने ग्रामीण एमएलसी के हाथों चालीस हजार प्रति कट्ठा के हिसाब से एक लाख 28 हजार में बेचा। जिसमें साठ हजार रुपये तत्काल दिए गए, 68 हजार जमीन निबंधन के बाद देने की बात कही गयी। जिसके बाद उन्होंने एमएलसी के पुत्र भवतोष ठाकुर से सादा कागज पर हस्ताक्षर ले लिए।
आवेदक ने बताया है कि अब 20 दिनों में पैसा की मांग करता हूं तो घनश्याम ठाकुर व उनके पुत्र के द्वारा झूठा मुकदमा किये जाने की धमकी दे रहा है।
वहीं, इस संबंध में जब एमएलसी घनश्याम ठाकुर से संपर्क किया गया तो, उन्होंने कहा कि जमीन खरीद को लेकर उन्हें कोई जानकारी नहीं है। मेरे नाम से कोई जमीन निबंधन नहीं हुआ है, जब निबंधन ही नहीं हुआ है तो ये आरोप वैसे ही गलत है। ऐसे में साफ़ प्रतीत हो रहा है कि हमारी राजनीतिक छवि को धूमिल करने के लिए ऐसा षडयंत्र किया जा रहा है।
वही, उनके पुत्र भवतोष ठाकुर ने इस पर बताया कि कुछ ही समय बाद पंचायत चुनाव है ऐसे में चुनाव को देखते हुए उनके पिताजी के छवि को खराब करने के लिए ऐसा किया जा रहा है। आगे उन्होंने कहा कि, आखिर कौन है ऐसा जो बिना पैसा के जमीन निबंधन करता है।
हमनें उक्त व्यक्ति को पैसा दे दिया है तब जाकर जमीन निबंधन हुआ है। वहीँ जिस सादे पन्ने पर मेरे हस्ताक्षर लेने कि बात आरोप लगाने वाले व्यक्ति कर रहे हैं, वह हस्ताक्षर मेरा नहीं है, यह सारा आरोप का खेल राजनितिक छवि को प्रभावित करने के लिए किया गया है।
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