बेनीपट्टी(मधुबनी)। भारत की कम्यूनिस्ट पार्टी (माक्सवादी) का एक प्रतिनिधिमंडल माकपा राज्य सचिव मंडल सदस्य रामपरी के नेतृत्व में बेनीपट्टी थाना के महमदपुर गांव जा कर 29 मार्च को अपराधियों द्वारा किए गए हमले में मारे गए पीड़ित परिवार से मिला।
प्रतिनिधिमंडल में सीपीआईएम राज्य सचिव मंडल सदस्य कॉमरेड रामपरी, जिला कमिटी सदस्य कॉमरेड दिलीप झा, पवन भारती, दिगंबर ठाकुर थे। रामपरी ने कहा गांव में पूरी तरह दहशत का माहौल है। ये एक नरसंहार है। और उन्होंने कहा यह पता चलता है की अपराधियों को राजनैतिक संरक्षण प्राप्त है। घटना को अंजाम देने वालों को पिछले दिनों तलवार ले कर घूमते हुए देखा गया है। लोगों का कहना है अपराधी बजरंग दल से जुड़े हुए हैं।
पार्टी मांग करती है की पीड़ित परिवार को 20 लाख का मुआवजा, परिवार के सदस्य को सरकारी नौकरी, स्पीडी ट्रायल करा कर अपराधियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। उसी प्रकार भागलपुर के बरारी थाना अंतर्गत मायागंज गांव में 29 मार्च की रात 10 बजे पुलिस की बर्बरता ने हद पार कर दी। पहले तो ग्रामीणों की पिटाई, गाली-गलौज की गई और कारण पूछने पर पुलिस ने संजय कुमार को गला में गमछा लगाकर घसीटते-पीटते थाना ले गयी और उसके उपर बर्बर जुल्म ढ़ाये गये।
आधी रात को संजय की हालत नाजुक देख पुलिस ने अस्पताल में भर्ती करवाया, जहाँ उसे मृत घोषित कर दिया गया। मृतक संजय कुमार, सिचाई विभाग में लिपिक के पद पर बांका जिला में कार्यरत थे, होली की छुट्टी में अपने गांव आये थे। पूर्वी चंपारण के बगहा में उपमुख्यमंत्री श्रीमती रेणु देवी के काफिले से एक नौजवान की मृत्यु हो गई। होली के दिन पूरे राज्य में दर्जनों जगहों पर घोर निन्दनीय, बर्बर और शर्मनाक घटनाएं घटी है।
बिहार में कानून-व्यवस्था ध्वस्त हो गयी है और लगता है कि आज महाजंगल राज कायम है। आगे उन्होंने कहा सीपीआई(एम) बिहार विधानसभा में राज्य में बढ़ते अपराध के सवाल को जोरदार तरीके से उठाएगी और सड़क से लेकर सदन तक संघर्ष करेगी। उन्होंने आम जनता से भी बढ़ते अपराध के खिलाफ गोलबंद होकर सड़कों पर उतरने का आह्वान किया।