राज्यपाल कोटे से बिहार विधान परिषद के लिए 12 विधान पार्षदों का मनोनयन हो गया है. सरकार ने इसके लिए अधिसूचना भी जारी कर दी है. बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के आदेश से अधिसूचना जारी कर दी गई है. राज्यपाल कोटा से जो 12 चेहरे विधान परिषद गए हैं उनमें बीजेपी कोटे को छह सीट और जदयू कोटे को छह सीट मिली है. एमएलसी बनाए जाने वाले लिस्ट में मंत्री अशोक चौधरी, मंत्री जनक राम के साथ साथ हाल ही में अपनी पार्टी का जेडीयू में विलय करने वाले उपेंद्र कुशवाहा शामिल है.
इसके अलावा जेडीयू नेता संजय कुमार सिंह, ललन सर्राफ के अलावे संजय सिंह भी विधान परिषद के लिए मनोनीत हुए हैं. बीजेपी कोटे से आने वाले राजेंद्र प्रसाद गुप्ता, देवेश कुमार, डॉ प्रमोद कुमार, घनश्याम ठाकुर, निवेदिता सिंह का नाम भी लिस्ट में शामिल है.
बिहार में मंत्रिमंडल विस्तार के बाद सबकी नजरें राज्यपाल कोटे से विधान परिषद में 12 सीटों पर होने वाले मनोनयन पर टिकी हुई थी। बता दें कि 75 सदस्यों वाले विधान परिषद में पांच श्रेणी के पद होते हैं। जिनमें 27 MLC विधानसभा कोटे से चुने जाते हैं और 24 एमएलसी स्थानीय आथोरिटी कोटे से चुन कर आते हैं। इसके अलावा 6 सीटें शिक्षक और 6 सीटें स्नातक कोटे की होती हैं।
वहीं, 12 सीटें राज्यपाल मनोनयन कोटे की होती है जिनमें कला, विज्ञान, साहित्य और समाजसेवा के क्षेत्रों से आने वाले लोगों को राज्यपाल द्वारा मनोनीत किया जाता है। बता दें कि राज्यपाल द्वारा मनोनीत होने वाले MLC सदस्यों के नामों की सिफारिश राज्य सरकार द्वारा ही किया जाता है। हालांकि यह राज्यपाल पर निर्भर करता है कि वह सरकार की सिफारिश को मानें या उसे लौटा दें लेकिन, राज्य सरकार की दोबारा भेजी जाने वाली सिफारिश को राज्यपाल की मंजूरी मिल जाती है।