बेनीपट्टी क्षेत्र को नगर पंचायत बनाए जाने की उम्मीद पूरी तरह खत्म नहीं हुई है। शनिवार को बिहार कैबिनेट की बैठक में बिहार में 103 नए नगर पंचायत बनाए जाने की घोषणा हुई थी, जिसमें उम्मीद के विपरीत बेनीपट्टी क्षेत्र को नगर पंचायत की सूची में शामिल नहीं किया गया था।

जिसके बाद लोग में काफी आक्रोश देखा गया। स्थानीय स्तर पर वे सोशल मीडिया के माध्यम से भी लोगों ने सरकार के इस निर्णय पर अपना विरोध दर्ज कराया है। वहीं बेनीपट्टी विधायक विनोद नारायण झा ने भी सरकार के इस फैसले को हतप्रभ बताते हुए शनिवार को कहा था कि उनका प्रयास जारी है। नगर पंचायत बनाये जाने की प्रकिया में जहां भी त्रुटि हुई है, उसको सुधार कर अग्रेतर कागजी कार्रवाई की जा रही है। इस बात को उनके समर्थक भी दावे के साथ दोहराते हुए नजर आए कि जनवरी महीने तक बेनीपट्टी को नगर पंचायत का दर्जा मिल जाएगा।


बिहार सरकार की तरफ से नवगठित नगर पंचायतों की सूची जारी होने के 1 दिन बाद रविवार को बिहार सरकार के पूर्व मंत्री व बेनीपट्टी विधानसभा से वर्तमान विधायक विनोद नारायण झा ने बिहार के उपमुख्यमंत्री सह नगर विकास एवं आवास मंत्री के नाम पत्राचार कर बेनीपट्टी को नगर पंचायत घोषित करने की मांग की है। विनोद नारायण झा ने अपने पत्र में लिखा है कि शनिवार को मंत्री परिषद की विशेष बैठक में बड़े पैमाने पर नगर पंचायत व नगर परिषद बनाने का निर्णय लिया गया है, जिसमें बेनीपट्टी का नाम नहीं होना आश्चर्यजनक है। पिछले 37-38 वर्ष पूर्व बेनीपट्टी अनुमंडल बना था, अभी बेनीपट्टी अनुमंडल कार्यालय, अनुमंडल व्यवहार न्यायालय, अनुमंडल कारागृह, सरकारी व गैर सरकारी संस्थान  कार्यरत है। यहां महाकवि कालिदास की जन्म भूमि स्थित है, जहां दूर-दूर से पर्यटक आते हैं। पिछले तीन विधानसभा चुनावों से यह एक महत्वपूर्ण मुद्दा रहा है, जिसे विधानसभा एवं परिषद में भी बेनीपट्टी को नगर परिषद पंचायत बनाने का मुद्दा उठता रहा है।

जनसंख्या एवं गैर कृषि कार्य में लगी हुई आबादी की दृष्टि से यह नगर परिषद की अहर्ता रखता है। विधानसभा एवं विधान परिषद में बेनीपट्टी को नगर पंचायत परिषद बनाने का मुद्दा उठता रहा है, जिस पर सरकार बराबर सकारात्मक जवाब देती रही है। बेनीपट्टी के जनता को समझ से परे लग रहा है कि इतने बड़े पैमाने पर नगर पंचायत व परिषद की घोषणा होने के बावजूद भी उनका क्षेत्र क्यों छूट गया।

इस आधार पर विधायक विनोद नारायण झा ने उप मुख्यमंत्री से आग्रह करते हुए बेनीपट्टी को नगर परिषद पंचायत बनाने की मांग की है।

बता दें कि शनिवार को सरकार की कैबिनेट की तरफ से आए फैसले में बेनीपट्टी को नगर पंचायत का दर्जा नहीं मिलने से सबसे अधिक निशाने पर बेनीपट्टी विधायक विनोद नारायण झा ही हैं। जिसकी वजह रही है कि पिछले दस सालों में बेनीपट्टी उनका कार्यक्षेत्र रहा है। जहां से वह दो बार विधायक निर्वाचित हुए हैं। बेनीपट्टी कार्यक्षेत्र रहते हुए ही पार्टी ने इन्हें एमएलसी व बाद में मंत्री बनाया था। मंत्री बनाये जाने के बाद लोगो की उम्मीदें बढ़ी हुई थी, जिस उम्मीद में बेनीपट्टी को नगर पंचायत का दर्जा दिलवाना भी था।

जिसके कारण शनिवार को कैबिनेट के फैसले में बेनीपट्टी का नाम नगर पंचायत की सूची में नहीं आने से लोगों का आक्रोश भी बढ़ा हुआ है, सरकार के इस निर्णय से उम्मीद लगाए लोग ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं।

बेनीपट्टी नगर पंचायत


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