बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी में विकास योजनाओं के साथ किस तरह भेदभाव किया जाता है। उसका जीता-जागता उदाहरण बना हुआ है बसैठ का हाईस्कूल निर्माण। संवेदक के द्वारा अब तक स्कूल निर्माण की पहल नहीं की गई है। जिसके कारण इस वर्ष भी छात्रों को टैंट-समियाने में बैठकर परीक्षा देना पड़ सकता है।
जबकि, इस स्कूल के निर्माण कार्य का शिलान्यास करीब आठ माह पूर्व एमएलसी डॉ दिलीप कुमार चौधरी ने किया था। उधर, स्कूल का निर्माण कार्य अब तक शुरु नहीं होने से स्थानीय लोगों में काफी आक्रोश है।
अभिभावकों का कहना है कि स्कूल प्रबंधन के लापरवाही के कारण 2012 में भी स्कूल भवन की राशि वापस हो गई थी। अब जबकि, निर्माण कार्य होना है तो संवेदक कार्य नहीं कर रहे है।
गौरतलब है कि बसैठ के सीता मुरलीधर उच्च विद्यालय का वर्ष-2012 में ही प्लस टू का दर्जा मिल चुका है। उक्त समय प्रबंधन के उदासीनता के कारण भवन का निर्माण नहीं हो सका। फिलहाल, उक्त स्कूल का भवन डेढ़ करोड़ की राशि से कराया जाना है। जिसमें एक दर्जन शैक्षणिक वर्ग, कम्प्यूटर कक्ष से लेकर स्टॉफ कक्ष का निर्माण होना है।
स्थानीय लोगों ने विभागीय अधिकारी से यथाशीघ्र निर्माण कार्य शुरु कराने की पहल की मांग की है। गौरतलब है कि उक्त स्कूल भवन के निर्माण के लिए छात्र संगठन एमएसयू कई बार आन्दोलन कर चुकी है। आन्दोलन के बाद भी भवन निर्माण नहीं शुरु होने पर पूरे बाजार में भीक्षा मांग कर स्कूल भवन का मरम्मत कराया था। जो आज भी उसी हालत में है।