बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड के धौंस, ककुरा, बछराजा, थुम्हानी, खिरोई सहित अन्य नदियों के जलस्तर में फिर से वृद्धि होने लगी है। जिसके कारण कई गांवों पर खतरे का बादल मंडराने लगा है। पहले से ही कई गांव बाढ़ के पानी से तबाह है, अब नए इलाकों में संकट मंडराने लगा है। नदियों के जलस्तर में बढ़ोतरी के कारण पहले से ही सभी बधारें जलमग्न है। पाली, सलहा, रानीपुर, चानपुरा, बगवासा, सोनहौली, नजरा, मेघवन, बर्री, माधोपुर, रजघट्टा, लडूगामा, बाजितपुर, रजवा, समदा इस्लामियां, करहारा, सोहरौल, आदि कई गांव के लोग बाढ़ के मार से सहमे हुए है। मलहामोर उच्चैठ, चानपुरा पश्चिम से धनूषी, लडूगामा से भगवतीपुर, शिवनगर से माधोपुर, मकिया-माधोपुर, सोइली घाट से गुलरिया टोल, समदा इस्लामियां से सोहरौल होते हुए उच्चैठ जानेवाली पथ में कटाव और डाइवर्सन पर पानी चढ़ने के कारण पहले से ही यातायात परिचालन पूर्णतः ठप है। इधर, जलस्तर बढ़ने के कारण नए इलाके चानपुरा पश्चिम में भी पानी काफी तेज से गांव में फैल रहा है। मध्य विद्यालय के समीप सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ने को आतूर है, जिसके कारण सड़क फिर टूटने की आशंका बनी हुई है। अगर ऐसा हुआ तो चानपुरा पश्चिम का संपर्क पूर्ण रूप से टूट जाएगा। वही लडूगामा-भगवतीपुर पीडब्लूडी सड़क में कटाव होने के कारण संपर्क भंग हो गया है। जबकि भंडारी चौक से उच्चैठ जाने वाली बाइपास सड़क में जगत गांव के हनुमान मंदिर के पास सड़क पर बाढ़ का पानी चढ़ चुका है। हालांकि पदाधिकारियों की टीम लगातार नदियों के जलस्तर का जायजा ले रही है। सीओ प्रमोद कुमार सिंह ने बताया कि जलस्तर पर नजर रखी जा रही है। वही एसडीएम मुकेश रंजन ने बताया कि बाढ़ पीड़ितों की सहायता के लिए प्रशासन तत्पर है।