बेनीपट्टी(मधुबनी)। केन्द्र व राज्य सरकार बाढ़ व सुखाड़ के प्रति गंभीर नहीं है। बाढ़ व सुखाड़ के नाम पर सरकार किसान व पीड़ितों को सिर्फ आश्वासन देकर ही काम खत्म कर देती है। इस समस्या के निदान के लिए एक विशेष पहल की आवश्यकता है। जो इस केन्द्र व राज्य सरकार में संभव नहीं दिख रहा है। इस सरकार में दलित व अल्पसंख्यकों पर हमला की घटनाएं बढ़ गई है। सिर्फ कागज पर काम करने से कुछ नहीं होगा। पूर्व विधायक रामनरेश पांडेय ने भाकपा के द्वारा आहूत सत्रह सूत्री मांगो के समर्थन में आयोजित धरना को संबोधित करते हुए कहा। श्री पांडेय ने कहा कि गरीबों को वास योग्य भूमि नहीं दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस वर्ष आये बाढ़ में किसानों के धान बर्बाद हो गया। कई लोगों का घर ध्वस्त हो गया। हर वर्ष यहां के लोगों को बाढ़-सुखाड़ को झेलना पड़ता है। कई बार इस संकट के खत्म के लिए पहल करने की बात कही गई। बावजूद आज तक कोई प्रयास सकारात्मक नहीं हुआ। वहीं भाकपा के अंचल मंत्री आनंद झा ने कहा कि इस सरकार में गरीब-मजदूरों का सिर्फ शोषण ही हो रहा है। बाढ़ में फंसे पीड़ितों के लिए राज्य सरकार महज छह हजार रुपये की घोषणा की जो पीड़ितों के साथ मजाक है। उन्होंने सभी प्रभावित किसानों के लिए दस हजार रुपये का तात्कालिक राहत दिए जाने की मांग की। इससे पूर्व भाकपा के सैकड़ों कार्यकर्ता पार्टी कार्यालय से निकल कर जुलूस के रुप में प्रखंड सह अंचल कार्यालय पर पहुंचे जहां जुलूस सभा में तब्दील हो गई। बता दे कि भाकपा की पूर्व घोषित कार्यक्रम में बाढ़ प्रभावित किसानों को लोन व मालगुजारी की माफी हाई डैम का निर्माण राशन कार्ड का वितरण सभी प्रकार के पेंशन का भुगतान बेरोजगारी व भ्रष्टाचार पर रोकथाम सिंचाई परियोजना को चालू करने अरेड़ व बसैठ को प्रखंड का दर्जा देने किंग्स कैनाल कोसी व अरेड़ के मुख्य व शाखा नहर की उड़ाही सहित सत्रह सूत्री मांग को लेकर धरना दिया। धरना की अध्यक्षता अंचल मंत्री ने किया। वहीं संचालन मिथिलेश झा ने किया। धरना को राज्य परिषद् सदस्य कृपानंद झा आजाद अशेश्वर यादव प्रो. शब्बीर अहमद बेग मनोज मिश्र विजय कुमार मिश्र अजित ठाकुर ललन झा संतोष झा जयनारायण मंडल नागेन्द्र झा आनंद ठाकुर तिरपित पासवान रामाशीष यादव प्रभात रंजन गगन झा लालू यादव बद्रीनारायण झा आदि भाकपा नेताओं ने संबोधित किया।