बेनीपट्टी(मधुबनी)। सूबे के शिक्षा-व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए सरकार की ओर से हुई पहल के बावजूद बेनीपट्टी प्रखंड के बसैठ के सीता मुरलीधर उच्च विद्यालय का कायाकल्प नहीं हो पाया। छात्रों को हो रही समस्याओं के बाद छात्र संगठन एमएसयू ने स्कूल का जीर्णोंद्धार करने की संकल्प कर ली।
इसी के तहत रविवार को एमएसयू के सदस्यों ने स्कूल के जर्जर भवनों की मरम्मति शुरु कर दी है। स्कूल भवन के मरम्मति के लिए राशि की व्यवस्था करने के लिए संगठन के युवाओं ने बसैठ के हर घरों व दुकानदारों से भीख मांग कर रुपये व्यवस्था की है। वहीं कुछ लोगों से बांस समेत अन्य सामाग्री भी जुटाई है। बता दें की 1951 ई. में स्थापित सीता मुरलीधर उच्च विद्यालय को प्लस टू का दर्जा भी मिल चुका है। विद्यालय के पूर्व के बने एक दर्जन कमरे क्षतिग्रस्त व जर्जर होकर खंडहर में तब्दील हो चुकी है। विद्यालय के पास पांच बीघा का विशाल भूखंड है लेकिन परिसर की घेराबंदी नहीं की गई है।
शौचालय की हालत बद से बदतर है, छात्रावास ध्वस्त हो गया है। परिसर में एक चापाकल है जो की अक्सर खराब ही रहता है। 2008 ई. में इस विद्यालय को प्लस टू का दर्जा मिला जिसके बाद वर्ष 2009 में प्लस टू विद्यालय भवन के निर्माण के लिए 39 लाख 50 हजार रुपये आवंटन हुआ था लेकिन भवन निर्माण कार्य समय पर नहीं होने के कारण 2011 में विद्यालय भवन के नाम पर आवंटित राशि वापस चली गई। जिसके बाद स्थानीय स्तर पर कई बार भवन निर्माण के लिए जनप्रतिनिधियों व प्रशासन से पहल की गुजारिश की गई लेकिन नतीजा सिफर रहा। यहां कमरे और संसाधन के अभाव में छात्र जमीन पर बैठकर परीक्षा देने को विवश होते हैं।