बेनीपट्टी (मधुबनी)। प्रखंड के सुदूर ग्रामीण इलाकों में संचालित सरकारी स्कूलों में संसाधन की घोर किल्लत बनी हुई है। जिसे दूर करने के लिए विभागीय अधिकारी पहल नहीं कर रहे है। जिसका खामियाजा स्कूल में पदस्थापित शिक्षकों के साथ छात्रों को भी भुगतना पड़ रहा है। त्यौंथ पंचायत के चंहुठा में संचालित उत्क्रमित मध्य विद्यालय में संसाधन की घोर कमी के कारण शिक्षक व छात्र दोनों प्रभावित हो रहे है। स्कूल का पूर्ण चहारदिवारी, चापाकल, उपस्कर समेत शिक्षकों की कमी साफ तौर पर स्कूल के स्थिति पर हावी नजर आ रही है। शिक्षकों की कमी के कारण एक ओर जहां छात्रों के वर्ग में शिक्षक नजर नहीं आते है। वहीं दूसरी ओर चहारदिवारी नहीं होने के कारण शिक्षकविहीन वर्ग से छात्र निकल कर बाहर खेलने के लिए चले जाते है। हैरत है कि स्कूल के पीछे अक्सर छात्र शैक्षणिक काल में खेलते नजर आते है। प्रभारी शिक्षक के अभाव में अधिक प्रयास नहीं कर पा रहे है। गौरतलब है कि चहुंटा के उत्क्रमित मध्य विद्यालय में फिलहाल 387 छात्र-छात्राएं नामांकित है। जिन्हें विभाग की ओर से शिक्षा देने के लिए करीब सात शिक्षकों की तैनाती की गयी, लेकिन दो शिक्षक विभागीय प्रशिक्षण में चले जाने के कारण स्कूल में शैक्षणिक स्तर में भारी गिरावट आ गयी। वहीं निरीक्षण के समय प्रभारी समेत दो शिक्षक ही उपस्थित पाए गये। वहीं स्कूल में शिक्षकों की कमी के कारण वर्ग में छात्र हंगामा करते पाए गये। जिससे स्कूल की शैक्षणिक स्तर का अंदाजा लगाया जा सकता है। एचएम तारानंद मिश्र ने बताया कि स्कूल में संसाधन की कमी होने से परेशानी हो रही है। एचएम ने बताया कि छात्रों को पठन-पाठन के लिए बेहतर प्रयास किया जा रहा है। जानकारी दें कि उक्त विद्यालय में कथित अनियमितता के लिए वर्षों पूर्व काफी चर्चित हो चुका है। काफी विवादों के बाद उक्त स्कूल में कुछ हद तक शैक्षणिक कार्यों का सुचारु किया गया।


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