बेनीपट्टी(मधुबनी)। ग्रामीण विकास विभाग के लाखों की राशि व्यय होने के बाद भी प्रखंड परिसर में अर्धनिर्मित मनरेगा भवन का निर्माण अधर में लटका हुआ है। जिससे उक्त भवन के सार्थकता पर सवाल उठना शुरु हो गया है। वहीं प्रखंड में मनरेगा विभाग का अपना भवन नहीं होने के कारण मनरेगा कर्मियों को भारी परेशानियों का सामना करना पडता है। प्रखंड के एक कार्यालय में पूरे प्रखंड के पंचायतो का मनरेगा योजना का संचालन किया जा रहा है। जिससे साफ तौर पर अंदाजा लगाया जा सकता है कि मनरेगा विभाग से जुडे कर्मियों को अपना भवन के नहीं होने पर कितनी परेशानी उठानी पड रही होगी। बावजूद विभाग उक्त भवन को निर्माण नहीं करा पा रही है। निर्माण कार्य के संबंध में स्थानीय प्रखंड कर्मियों ने बताया कि निर्माण कार्य करीब तीन वर्ष से ठप पडा हुआ है। जानकारी दें कि करीब चार वर्ष पूर्व विभाग के दिशा-निर्देश पर करीब एक करोड़ की राशि से प्रखंड परिसर के पीछे मनरेगा भवन का निर्माण कार्य शुरु हुआ। उक्त भवन की ढलाई कार्य होने के बाद अचानक उक्त भवन का निर्माण कार्य ठप कर दिया गया। फिलहाल उक्त भवन खाली पडा हुआ है। जहां आवारा पशुओं का जमाबडा हमेशा लगा रहता है। उधर कई लोगों ने बताया कि मनरेगा भवन को किसी अन्य विभाग को सौंप देना चाहिए, कम से कम उक्त भवन का उपयोग होने से भवन की साफ-सफाई होती रहेगी। जिससे भवन खंडहर नहीं बनेगा। इस संबंध में पूछे जाने पर अनुमंडल पदाधिकारी मुकेश रंजन ने बताया कि इस बात की जानकारी ली जा रही है। जानकारी मिलने पर कुछ जानकारी दी जा सकती है।