बेनीपट्टी (मधुबनी)। सीएम के धकजरी कार्यक्रम के दौरान प्रशासनिक चूक को छुपाने के लिए प्रशासन ने आनन-फानन में वित्त रहित शिक्षक, नियोजित शिक्षक व मुखिया महासंघ के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई है। लोकतंत्र में मांग रखना उचित है, लेकिन, पुलिस महकमा ने प्राथमिकी दर्ज कर लोकतंत्र का हनन करने का प्रयास किया है। इस प्राथमिकी के संबंध में मुख्यमंत्री से बात करने का प्रयास करुंगा, उन्हें सारी तथ्यों से अवगत कराउंगा। फरवरी में चालू सदन में इस सवाल का जवाब सरकार से लिया जाएगा। ये बातें कांग्रेस के एमएलसी डा. दिलीप कुमार चौधरी ने बुद्धवार को बेनीपट्टी के डा. एनसी कॉलेज के परिसर में प्रेस प्रतिनिधियों से वार्त्ता करते हुए कहा। डा. चौधरी ने कहा कि प्राथमिकी में वैसे लोगों का भी नाम दिया गया है, जो सीएम के सभा यात्रा के दौरान दूसरे जगहों पर थे। मांगों को लेकर जिलाधिकारी को सौंपे गये ज्ञापन को आधार बनाकर प्राथमिकी दर्ज कराई गयी है। जो निंदनीय है। वहीं श्री चौधरी ने कहा कि झंडा प्रकरण पूरी तरह से प्रशासनिक विफलता है। उन्होंने कहा कि ,प्रशासन के पास कई एजेंसी होती है, जिससे जानकारी ली जा सकती थी। परंतु प्रशासनिक चूक को छुपाने एवं सीएम को खुश करने के लिए निर्दोष लोगों पर भी प्राथमिकी दर्ज करा दी गयी है। जबकि प्रशासन को इन सारी बिंदूओं पर पूर्व से ही कार्रवाई करनी चाहिए थी। जो प्रशासन के द्वारा नहीं की गयी। श्री चौधरी ने प्रशासन से प्राथमिकी को वापस लेने की मांग करते हुए कहा कि अगर प्राथमिकी वापस नहीं होती है तो सदन में सवाल किया जाएगा। आवश्यकता हुई तो सड़क पर भी आन्दोलन करने से गुरेज नहीं किया जाएगा। मौके पर सुरसरि चन्द्रमुखी महिला कॉलेज के प्राचार्य कमलेश्वर ठाकुर, प्रो. महानंद झा, विनोद कुमार, कमल किशोर, रत्नेश्वर ठाकुर , प्रो. ब्रह्मनंद झा सहित कई शिक्षक मौजूद थे।