बेनीपट्टी(मधुबनी)। सांस्कृति व धार्मिक विरासत को सहेजने में बेनीपट्टी अग्रणी भूमिका अदा कर रही है। यहां के लोग सामाजिक सद्भाव के साथ हर कार्य करते है।बाढ़ में स्थानीय लोगों ने साबित कर दिया की इंसानियत आज भी बची हुई है।स्थानीय लोगों के सहयोग के बिना राहत कार्य संभव नहीं था।एसडीएम मुकेश रंजन रविवार की देर संध्या बेनीपट्टी के इंदिरा चौक पर आयोजित 57वां इंद्रपूजा सह मेला का उद्घाटन करते हुए कहा। एसडीएम ने कहा कि वे भी मिथिलाचंल से संबंध रखते है, लेकिन इंद्रपूजा आयोजन की जानकार उन्हें नहीं थी।इंद्र भगवान देवों के राजा है।जिनकी पूजा करने से धन-धान्य लोगों होते है।वहीं एसडीपीओ पुष्कर कुमार ने कहा कि उनके पदस्थापना के समय बेनीपट्टी में गणेश की पूजा की जा रही थी।इतनी शांतिपूर्वक के साथ पूजा का आयोजन इससे पहले कहीं नहीं देखी थी।उन्होंने आयोजक मंडली को साधुवाद देते हुए पूजा व मेला का इतने वर्षों तक अनवरत रुप से आयोजन करने के लिए बधाई दी।इससे पूर्व पूजा सह मेला के अध्यक्ष विष्णु उपाध्याय ने एसडीएम व एसडीपीओ से फीता कटाकर उद्घाटन करायी।उपरांत मंडली के द्वारा दोनों पदाधिकारियों को मिथिला के रीति-रिवाज के अनुसार पाग-दोपट्टा व माला देकर सम्मानित किया। मौके पर डा. प्रमोद रंजन सुल्तानियां, पूर्व प्रमुख नित्यानंद झा, गुलाब साह, प्रो. शंकर वर्मा, बीजेपी नेता रंधीर ठाकुर, आनन्द कुमार झा,बचनू मंडल, प्रो.केसी पाठक सहित कई गणमान्य लोग उपस्थित थे।