बेनीपट्टी(मधुबनी)। गुजरात में जिस प्रकार डांडिया नृत्य मशहूर है, उसी तरह मिथिलाचंल की ये झिझिया नृत्य को भी सरंक्षण के साथ सहेजने की आवश्यकता है।जिला एवं सत्र न्यायाधीश अजय कुमार शुक्ला ने रविवार की देर रात किसान भवन में आयोजित एक शाम पुलिस के नाम कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा।जिला जज श्री शुक्ला ने कहा कि मिथिलांचल में कई ऐसे सांस्कृतिक विरासत है, जिसे सहेजने के साथ प्रचार-प्रसार करने की जरुरत है।ताकि विश्व के लोग यहां के सांस्कृतिक धरोहर के संबंध में जान सके।वहीं जिला जज ने बेनीपट्टी एसडीपीओ के गायकी व प्रशासनिक कार्यशैली की जमकर सराहना करते हुए कहा कि निर्मला कुमारी की कला वाकई बेमिसाल है।उनकी पेंटिग प्रेम व आम लोगों को त्वरित न्याय दिलाने की प्रयास उन्हें कुछ अलग ही साबित कर रही है।उन्होंने निर्मला कुमारी के द्वारा कोटपा अभियान एवं शराबबंदी पर किये गये कार्यो की सराहना की।एक शाम पुलिस के नाम कार्यक्रम में पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक एके पाण्डेय ने कहा कि हर दिन-हर वक्त पुलिस का कतर्व्य है कि लोगों को सुरक्षा प्रदान करना,ऐसे में अगर आम लोग एक दिन पुलिस के लिए उसके साथ देते है तो पुलिसकर्मियों को भी काफी चैन मिलता है।मुख्यालय के किसान भवन में एसडीपीओ निर्मला कुमारी के द्वारा निर्मित मधुबनी पेंटिंग क प्रदर्शनी को लोगों के साथ अधिकारियों ने भी काफी सराहा।कार्यक्रम में एसडीजेएम राजेश्वर मिश्र, सार्जेंट मेजर कल्पनाथ सिंह, झंझारपुर के अपर पुलिस अधीक्षक निधि रानी, एसडीएम राजेश परिमल, डीसीएलआर विष्णुदेव मंडल, बीडीओ डॉ अभय कुमार, मनोज कुमार, पुलिस निरीक्षक प्रवीण कुमार मिश्र, एसएचओ सह पुलिस निरीक्षक हरे राम साह सहित अनुमंडल के सभी एसएचओ मौजूद थें।