दरभंगा। बिकास झा : एलएमएनयू कैंपस से महज पांच-सात सौ गज की दूरी पर अवस्थित एमआरएम कॉलेज की छात्राएं को इंटरमीडिएट का परीक्षा प्रपत्र नहीं भरने देने के मामले में मंगलवार को एलएनएमयू कैंपस रण क्षेत्र बनता नजर आने लगा है। छात्राएं परीक्षा प्रपत्र नहीं भरे जाने से परेशान थीं। इस बाबत छात्र संगठन एआइएसएफ (आर) के छात्र नेता चंद्रभूषण झा ने छात्राओं की परेशानी देख सीधे वीसी से शिकायत व समस्या के निदान के लिए छात्राओं के संग एलएनएमयू पहुंचे, एलएनएमयू केम्पस पंहुचते ही वीसी से मिलने की बात पर वीसी के संरक्षित गुंडे बाहरी लोग विवि के सुरक्षा कर्मी से डंडे लेकर इन्हें बुरी तरह पीटने लगे। इस दौरान एलएनएमयू कैंपस थाने के कई पुलिस कर्मी मुकदर्शक बने रहे। लेकिन, कुछ ही देर ही बाद विवि के सुरक्षा कर्मी भी छात्र नेता के साथ मारपीट करने लगे। जिसमे कई छात्रों को गंभीर चोटें आयी है।। छात्राओं का नेतृत्व कर रहे एआइएसएफ (आर) के नेता चंद्रभूषण झा को पीट-पीट कर अधमरा कर दिया गया। श्री झा की स्थिति चिंताजनक है। सभी घायलों को बेहोसी की हालत में डीएमसीएच में भर्ती कराया गया। जिसमें चंद्रभूषण झा की हालत गंभीर बतायी जा रही है। इस बीच इस घटना को लेकर शाम चार बजे तक सैकड़ों छात्राएं कैंपस में नारेबाजी कर विवि प्रशासन की ओर से सरंक्षित गुंडों को गिरफ्तार करने की मांग करती रहीं। बाद में सदर एएसपी दिलनवाज अहमद ने इन्हें आश्वासन देकर रवाना किया। घटना से छात्र संगठनों में उबाल आ गया है। 

मिथिला स्टूडेंट यूनियन के विश्वविद्यालय प्रभारी सागर नवदिया ने आरोप लगाया है कि वीसी के संरक्षण में कुछ असामाजिक तत्व लगातार ऐसी घटनाओं को अंजाम दे रहे हैं। ऐसे में सभी छात्र संगठन एक साथ मिलकर इसका विरोध करेंगे।

एक-दूसरे पर लगाया आरोप : मारपीट की घटना के बाद आंदोलनकारी छात्र संगठन व विवि प्रशासन ने एक दूसरे पर आरोप लगाया है। एआईएसएफ (आर) के नेता डॉ. सुमन कुमार झा ने कहा कि अब इस विवि में अति हो गया। वीसी के कथित गुंडों ने छात्र नेता को जिस तरह बेरहमी से पीटा वह शर्मनाक घटना है। उन्होंने पिटाई करने के लिए सीधे तौर पर मनीष, पिंटू व रोहित कुमार को दोषी ठहराया। उन्होंने कहा कि अब यह उग्र आंदोलन का रूप लेगा। दूसरी ओर विवि प्रशासन की ओर से मीडिया के सामने पक्ष रखते हुए कुलसचिव डॉ. अजीत कुमार ने चन्द्र भूषण झा को छात्र नेता मानने से इनकार कर दिया। उन्होंने कहा कि वे समझाने के लिए गए थे। वो सब सिर्फ वीसी से बात करना चाहते थे। उन्होंने एमआरएम कॉलेज के प्रधानाचार्य से बात की। उन्होंने बताया कि छात्राएं उनके पास नहीं गई थी। उन्होंने बहकाकर विवि लाया गया। इंटरमीडिएट का फार्म भरने में विवि की कोई भूमिका नहीं है। बावजूद महज एक दो लोग छात्राओं को लेकर आंदोलन करने पहुंचे गए। उन्होंने प्रधानाचार्य को लिखित रूप में स्थित स्पष्ट करने को कहा है। छात्र संगठन के द्वारा आरोपित रोहित कुमार नाम का व्यक्ति विवि स्टाफ नहीं है। विवि में बाहर से कई लोग आते रहते हैं। सभी के संबंध में कहना कठिन है। लेकिन, विवि में इस तरह की घटना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि पुलिस प्रशासन को सीसीटीवी फूटेज उपलब्ध करा दिया गया है। साथ ही दोषी पर कार्रवाई करने को लेकर आवेदन भी दिया है। प्रदर्शन प्रायोजित था। इसके लिए विवि ने जांच कमेटी भी गठित कर दिया है। प्रॉक्टर डॉ. अजयनाथ झा, कॉलेज इंस्पेक्टर विज्ञान डॉ. अजीत कुमार चौधरी व डीआर टू डॉ. विजय कुमार यादव इसमें शामिल हैं।


आप भी अपने गांव की समस्या घटना से जुड़ी खबरें हमें 8677954500 पर भेज सकते हैं... BNN न्यूज़ के व्हाट्स एप्प ग्रुप Join करें - Click Here



Previous Post Next Post