मधुबनी नगर निगम, नगर परिषद झंझारपुर तथा नगर पंचायत जयनगर, बेनीपट्टी और फुलपरास जैसे शहरी क्षेत्रों में दिन-प्रतिदिन बढ़ती जाम की समस्या, अव्यवस्थित पार्किंग, अतिक्रमण और यातायात नियमों का उल्लंघन अब गंभीर चुनौती का रूप ले चुका है। इन समस्याओं को दूर करने के उद्देश्य से जिला पदाधिकारी, मधुबनी ने एक समग्र ट्रैफिक प्रबंधन योजना तैयार करने के निर्देश दिए हैं।
जिलाधिकारी आनंद शर्मा ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया है कि वे आपसी समन्वय से ऐसी योजना तैयार करें जो व्यावहारिक, समयबद्ध और लागू करने योग्य हो। योजना में अल्पकालिक और दीर्घकालिक समाधान दोनों प्रस्तुत किए जाएं और इसमें विभिन्न विभागों का समन्वित सहयोग सुनिश्चित किया जाए।
योजना में शामिल होंगे 10 प्रमुख बिंदु -
यातायात व्यवस्था सुधारने के लिए प्रस्तावित योजना में निम्नलिखित मुख्य बिंदु सम्मिलित किए जाएंगे-
1. जाम वाले स्थानों की पहचान - नगर के भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों, चौक-चौराहों एवं दुर्घटना संभावित बिंदुओं की सूची मानचित्र सहित तैयार की जाएगी।
2. अतिक्रमण का सर्वेक्षण - सड़क, फुटपाथ, चौराहों और सार्वजनिक स्थलों पर स्थायी एवं अस्थायी अतिक्रमण की पहचान कर विस्तृत रिपोर्ट तैयार होगी।
3. एकतरफा यातायात और नो-एंट्री योजना - भीड़भाड़ वाले इलाकों में यातायात प्रवाह सुधारने हेतु एकतरफा मार्ग और नो-एंट्री क्षेत्रों को लागू किया जाएगा।
4. पार्किंग व्यवस्था का सुधार - नगर क्षेत्र में वाहनों के लिए चिन्हित पार्किंग स्थल विकसित किए जाएंगे, अवैध पार्किंग पर नियंत्रण तथा मल्टी-लेवल या ऑफ-स्ट्रीट पर्किन की संभावना की तलाश करना, जिससे सड़क पर अनियंत्रित खड़ी गाड़ियों की समस्या कम हो।
5. प्रभावी प्रवर्तन रणनीति - चालान, CCTV,क्रेन,फ़्लाइंग स्कवाड, ट्राफिक वार्डन आदि के माध्यम से निगरानी एवं कठोर प्रवर्तन ब्यवस्था करना ।
6. पब्लिक ट्रांसपोर्ट का सुदृढ़ीकरण - शहरी क्षेत्र में बस, ऑटो और ई-रिक्शा के लिए निर्धारित रूट तय कर पब्लिक ट्रांसपोर्ट को व्यवस्थित किया जाएगा।
7. सिग्नल और यातायात संकेतक - महत्वपूर्ण चौक-चौराहों पर आधुनिक ट्रैफिक सिग्नल और सड़क सुरक्षा संकेतक लगाए जाएंगे।
8. पैदल यात्रियों की सुविधा - फुटपाथ और पैदल यात्री हेतु फूटपाथ निर्माण, क्रॉसिंग (जैब्रा क्रॉसिंग), सिग्नल व संकेत एवं विशेष स्ट्रीट वेंडिंग जोने का प्रावधान करना ।
9. इंटेलिजेंट ट्रैफिक सिस्टम (ITS) - स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल , ANPR कैमरा,सेंसर-आधारित ट्रैफिक डेटा संग्रह एवं डिस्प्ले बोर्ड लगाने की योजना तैयार करना ।
10. जन-जागरूकता एवं सहभागिता - यातायात नियमों के पालन हेतु आम नागरिकों, स्कूल-कॉलेजों के छात्र-छात्राओं एवं वाहन चालकों के बीच नियमित जन-जागरूकता अभियान चलाया जाएगा।
11. निगरानी और प्रवर्तन - यातायात पुलिस और नगर निकाय की संयुक्त टीम द्वारा उल्लंघन करने वालों पर कड़ी कार्यवाही की जाएगी।
12. दीर्घकालिक समाधान हेतु मास्टर प्लान - भविष्य की जनसंख्या वृद्धि और वाहनों की बढ़ोतरी को ध्यान में रखते हुए ट्रैफिक मास्टर प्लान तैयार किया जाएगा, जिसमें बाईपास, रिंग रोड और पार्किंग प्लाजा जैसी योजनाएं शामिल होंगी।
जिला प्रशासन का मानना है कि इस समग्र योजना के लागू होने से नगर क्षेत्रों में यातायात जाम की समस्या में उल्लेखनीय कमी आएगी, साथ ही लोगों की आवाजाही और जीवन की गुणवत्ता में सुधार होगा। जिलाधिकारी ने सभी अधिकारियों को समयबद्ध तरीके से रिपोर्ट प्रस्तुत करने का निर्देश दिया है ताकि इसे जल्द से जल्द लागू किया जा सके।
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