बेनीपट्टी(मधुबनी)। प्रखंड के बसैठ चानपुरा में संचालित एस के चौधरी शिक्षा न्यास द्वारा संचालित कृषि विज्ञान केंद्र के सभागार में मंगलवार को प्रशिक्षण के समापन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां दो पालियों में प्रशिक्षण लिए 70 लोगों को प्रशिक्षण पूर्ण होने पर प्रमाणपत्र वितरण किया गया। 

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प्रमाणपत्र न्यासी डॉ संत कुमार चौधरी ने खुद दिया और प्रशिक्षणार्थियों को कहा कि, इस प्रशिक्षण का लाभ खुद लेने के साथ समाज के अन्य लोगों को भी दे, ताकि, वे लोग भी स्वरोजगार से जुड़ सके।  कार्यक्रम का शुभारंभ न्यासी डॉ चौधरी ने सरस्वती वंदन और दीप प्रज्ज्वलित कर किया।

डॉ चौधरी ने कहा कि, भारत कृषि और

प्रधान देश है। यहां के 80 प्रतिशत लोग कृषि पर आधारित है। कृषि का समुचित विकास से कृषकों को काफी लाभ होगा। बढ़ती हुई आबादी, जलवायु परिवर्तन को देखते हुए कृषि पर काम करना होगा। कृषकों को अधिक मुनाफा के लिए मोटे अनाज उत्पादन पर ध्यान देना चाहिए। 

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मरुवा, कौनी, सामा, कोदो, चीना, रामदाना के उत्पादन पर जोर देना होगा। वरीय वैज्ञानिक मंगलानंद झा ने कहा कि, भूमि सीमित है। इसको देखते हुए ऐसे फसल उत्पादन पर जोर देना होगा, जिसकी पैदावार अधिक हो और किसानों को मुनाफा हो। किसानों को मक्का की खेती पर जोर देना होगा। मौके पर कृषि वैज्ञानिकों ने स्वरोजगार पर चर्चा की। इस दौरान कृषि वैज्ञानिक प्रमोद कुमार झा, राकेश सिंह यादव, विपुल कुमार, डॉ देवेंद्र कुशवाहा, प्रो. दुर्गेश पांडेय, विकास ठाकुर, प्रो. वीरेंद्र कुमार, परमानंद चौधरी, ईश्वर नाथ झा आदि थे।


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