बेनीपट्टी(मधुबनी)। बेनीपट्टी के मनपौर गांव के शिक्षाविद शांति ठाकुर के निधन पर क्षेत्र में शोक की लहर है। स्व. ठाकुर ने गत 16 अगस्त के शाम करीब छह बजे अंतिम सांस ली। उन्होंने अपने पीछे भरा पूरा परिवार छोड़ अंतिम सांस ली है। स्व ठाकुर को दो पुत्र व एक पुत्री है। बड़ा पुत्र संजय कुमार ठाकुर एलआईसी में अधिकारी के पद पर है। वहीं, छोटा पुत्र चंदन कुमार ठाकुर हरियाणा में प्राइवेट नौकरी करते है। पुत्री की शादी हो चुकी है।
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गौरतलब है कि स्व. ठाकुर का शिक्षा के प्रति प्रेम जगजाहिर था। वे वर्ष-2005 में खिरहर हाईस्कूल से सेवानिवृत्त हुए थे। इससे पूर्व करीब दो वर्ष तक बिहार के बेगूसराय जिले के रामडिरा हाईस्कूल में बच्चों को शिक्षा दी।
बताया जा रहा है कि वे बच्चों को अंग्रेजी, नागरिक व अर्थशास्त्र की शिक्षा देने के लिए जाने जाते थे। परिजनों ने बताया कि निधन से पूर्व वे उम्र संबंधित स्वास्थ्य समस्याओं से जूझ रहे थे। कई दिनों तक मधुबनी मेडिकल अस्पताल में उनका इलाज किया गया।
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स्व.ठाकुर के निधन पर पंचायत के मुखिया अमरेंद्र मिश्र सुगन ने शोक व्यक्त करते हुए कहा कि, शांति बाबू के शिक्षा प्रेम के कारण लोग उन्हें गुरुदेव कहा करते थे। उन्होंने ग्रामीण इलाकों में शिक्षा के महत्व व इसके प्रचार प्रसार के लिए काफी काम किया। उनका निधन क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है।
वहीं, स्व.ठाकुर के निधन पर बसीर अहमद, राम चरित्र साह, उमाशंकर सहित कई गणमान्य लोग और जनप्रतिनिधियों ने शोक व्यक्त किया है।
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