जयनगर(मधुबनी)। सरकार के महत्वकांक्षी योजना अनियमितता का भेंट चढ़ रहा है। यही कारण है कि जिला प्रशासन के द्वारा प्रतिनियुक्त अधिकारियों के आगमन से पूर्व ही समस्याओं को गायब कर दिया जाता है। लोगों की माने तो जो भी योजना जांच से पूर्व ठप व बंद होता है, लेकिन, जैसे ही जांच की बात होती है, वैसे ही योजना को चालू व दुरुस्त कर दिया जाता है। बुधवार को जयनगर एसडीओ बेबी कुमारी प्रखंड के रजौली पंचायत के परसा गांव के वार्ड नंबर 11 से 15 तक के वार्डों में सरकारी योजनाओं का औचक निरीक्षण किया।
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निरीक्षण के क्रम में एसडीओ ने प्राथमिकी व मध्य विद्यालय एवं आंगनबाड़ी केंद्र के अलावे नलजल योजना की जांच की।राशि निकासस के बाद भी धरातल पर काम नहीं लेकिन सरकारी खजाने से लाखों रुपये की निकासी की गई । पंचायत के वार्ड नंबर 11 से 15 में विकास योजना के नाम पर खानापूर्ति देखने को मिला। इसी वार्ड में करीब 25 घर मल्लिक जाति के लोग रहते हैं। इन महादलित परिवारों के पंचायत प्रतिनिधि धोखा कर रहे हैं। सालों से उक्त वार्ड में लगे नलजल योजना का टावर मूकदर्शक बनी हुई है। विद्यालय भवन क्षतिग्रस्त होने पर बच्चों के पठन-पाठन व्यवस्था भी सही से संचालित नहीं हो रहा है।
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परसा गांव के अधिकांश महादलित मुहल्ला का एक जैसा हाल देखने को मिला है। जन वितरण प्रणाली के द्वारा दो माह के अनाज के बदले एक माह का अनाज का वितरण अधिक राशि लेकर दिया जा रहा है। पंचायत के सभी वार्डों का हाल एक जैसा देखने को मिला। विकास नाम कहीं नहीं नजर आ रहा है। हर तरफ खासकर महादलित मुहल्ला में पंचायत प्रतिनिधियों के खिलाफ लोगो में आक्रोश देखा जा रहा।
इस संदर्भ में पूछे जाने पर एसडीओ बेबी कुमारी ने स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र की व्यवस्था को संतोषजनक बताया है। वहीं पंचायत राज पदाधिकारी संतोष कुमार चौरसिया ने बताया कि परसा गांव के पांच वार्डों के लोगों को वर्षों से नलजल योजना का लाभ नहीं मिल रहा है। इस मामले को लेकर पंचायत के मुखिया, पंचायत सचिव एवं वार्ड सदस्य से स्पष्टीकरण मांगा जाऐगा।
मौके पर मनरेगा पीओ, पंचायत सचिव समेत अन्य मौजूद थें ।
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