मधुबनी। मंगलवार के दिन मधुबनी समाहरणालय के सामने बाबा साहेब डॉ भीमराव अंबेडकर प्रतिमा के निकट मधुबनी नागरिक अधिकार मंच द्वारा एक दिवसीय धरना किया गया। वहीं मधुबनी नागरिक अधिकार मंच के जिला संयोजक प्रोफेसर अमरेश श्रीवास्तव ने कहा कि,मंगरौनी उत्तरी, अमादा, हरिनगर को नगर निगम में मिलाया जाए तथा मधुबनी शहर में जितने भी सरकारी तालाब हैं जिसको अतिक्रमण किया जा रहा है, जिसे बचाया जाए।
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यही हम सबों की मधुबनी जिला पदाधिकारी से मांग है तथा इसलिए हम सभी धरना कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि, हरिनगर- 11,12,13, अमादा -8,9,10, मंगरौनी उत्तरी को नगर निगम में जोड़ा जाए। साथ ही साथ उन्होंने कहा कि, हरिनगर, अमादा और मंगरौनी उत्तरी ही वह आधार है, जिसके आधार पर मधुबनी नगर निगम का गठन हो पाया है। परंतु, गठन के बाद उक्त सभी क्षेत्रों को सम्मिलित नहीं कर जनता के साथ अन्याय किया गया है। साथ ही साथ धरना पर बैठे गणेश कुमार महरान ने कहा कि, महामहिम राज्यपाल ने पहले इसको नगर निगम में सम्मिलित किया था।
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लेकिन, अभी जो नया नक्शा प्रकाशित किया गया है, उसमें हरिनगर, मंगरौनी उत्तरी तथा आमादा सम्मिलित नहीं है। हमारी मांग है कि, मधुबनी नगर निगम का गठन जिस आधार पर किया गया है, उस आधार को निश्चित रूप से निगम में सम्मिलित किया जाए। वहीं इस धरना में रामबाबू महारान, रघुनाथ झा, आशु मंडल, सुरेंद्र मिश्र, जिनी सदाए, फागुनी सदाय, मलिक मिश्रा, संजय कुमार झा, रामसुंदर कामत, मोहम्मद सहादत हुसैन, प्रदीप कामत, शिव कामत, विजय मंडल, सुनील कुमार झा के साथ-साथ सैकड़ों की संख्या उपस्थित महिलाओं ने यह सम्मान के साथ अपना पूरा समर्थन अपना पूरा सहयोग तथा हर कार्य को पीछे छोड़कर भी हरिनगर अमादा तथा मंगरौनी उत्तरी को नगर निगम में जोड़ने के लिए मांग करते रहे।
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