संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 के अंतिम परिणामों की घोषणा कर दी गई है। जारी रिजल्ट के अनुसार, श्रुति शर्मा ने यूपीएससी टॉपर बनीं हैं। कुल 685 अभ्यर्थियों ने यूपीएसपी की परीक्षा पास किया है। इनमें से 180 अभ्यर्थी IAS, 37 अभ्यर्थी IFS और 200 अभ्यर्थी IPS के लिए उत्तीर्ण हुए हैं। यूपीएससी द्वारा जारी रिजल्ट के अनुसार टॉप टेन में 4 लड़कियों ने बाजी मारी है।
वहीं मधुबनी जिले के उत्सव आनंद 26वां रैंक मिला है, पहले ही प्रयास में उत्सव आनंद ने यह सफलता मिली है।
उत्सव आनंद मूल रूप से बिहार के मधुबनी जिले के बेनीपट्टी अनुमंडल क्षेत्र के हरलाखी प्रखंड अंतर्गत खिरहर गांव के रहने वाले हैं। पिता श्याम सुंदर कामत व माता माला कुमारी के छोटे पुत्र उत्सव आनंद आईआईटी के छात्र रहे हैं, पिछले वर्ष ही उत्सव ने आईआईटी फाइनल किया था, जिसके बाद पहले ही प्रयास में UPSC सिविल सेवा 2021 के परीक्षा में उन्हें बड़ी सफलता मिली है। देवघर कास्टर टाउन के रहने वाले उत्सव आंनद ने आईआईटी मुंबई से अपनी पढ़ाई पूरी की है। उत्सव ने आईआईटी की परीक्षा भी पहले ही प्रयास में उतीर्ण की थी, जिसमें उन्हें आल इंडिया 97वां रैंक मिला था। उत्सव के बड़े भाई ऋषभ राज भी आईआईटी इंजिनियर है व माइक्रोसॉफ्ट में हैदराबाद में जॉब कर रहे हैं।
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उत्सव के पिता श्याम सुंदर कामत झारखंड सरकार में पथ निर्माण विभाग में अभियंता हैं वहीँ माता कुशल गृहिणी हैं। उत्सव का पूरा परिवार देवघर में ही रहता है, उत्सव भी अभी देवघर में ही हैं।
दायें - उत्सव आनंद, बाएं उत्सव के पिता श्याम सुंदर कामत व माता माला कुमारी |
अपने पुत्र के सफलता पर ख़ुशी व्यक्त करते हुए पिता श्याम सुंदर कामत ने बताया कि उत्सव की सफलता से हम सभी काफी ख़ुश हैं, उत्सव ने अपनी मेहनत से उत्सव का माहौल दिया है। अपने पैतृक गांव खिरहर से लेकर सारे नाते-रिश्तेदारों का कॉल आ रहा है सभी लगातार शुभकामनाएं व बधाई दे रहे हैं। आगे उन्होंने अपने पुत्र के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि उत्सव ने रामकृष्ण मिशन विद्यापीठ देवघर से अंतर स्नातक तक की पढ़ाई की, जिसके बाद उन्होंने आईआईटी में पहले ही प्रयास में आल इंडिया 97वां रैंक लाकर सफलता हासिल की थी। पिछले वर्ष आईआईटी कम्प्लीट करने के बाद वर्क फॉर्म होम में ही कुछ महीने काम किया, लेकिन उसनें महज 6-7 महीने में ही नौकरी छोड़ दी और घर से ही संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2021 की तैयारी करनी शुरू कर दी थी।
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वहीं उत्सव के पिता श्याम सुंदर कामत ने अपने गांव को लेकर बताया कि हमारे पैतृक गांव हरलाखी प्रखंड के खिरहर से परिवार का नाता बना हुआ है, अक्सर पर्व त्योहारों में हम लोगों का गांव आना-जाना होता है। खिरहर हाई स्कूल से ही हमारी पढ़ाई हुई थी। श्याम सुंदर कामत तीन भाईयों में सबसे छोटे हैं, वह खुद इंजीनयर है वहीँ मंझले भाई प्रोफेसर तो सबसे बड़े भाई डॉक्टर हैं। वहीं उत्सव के इस बड़ी सफलता पर उनके मामा विजय कुमार, राजेश कुमार ने भी ख़ुशी व्यक्ति की है। उत्सव के ननिहाल तिसियाही गांव में ही जश्न का माहौल है।
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