संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा-2022 के अंतिम परिणाम की घोषणा कर दी है। जिसमें कुल 685 अभ्यर्थियों ने यूपीएससी की कठिन परीक्षा पास किया है।


वही, जारी परिणाम आने के बाद बेनीपट्टी में दोहरी खुशी सामने आई है। बेनीपट्टी के परजुआर गांव डीहटोल के मूल निवासी स्व. रामचन्द्र महतो के पुत्र उमाशंकर प्रसाद ने दूसरी बार यूपीएससी में सफलता हासिल की है। फिलहाल, वे हैदराबाद में आईपीएस का ट्रेनिंग ले रहे है। उमाशंकर प्रसाद ने 2019 के यूपीएससी परिणाम में 354 रेंक प्राप्त किया था। हालांकि, वे इस परिणाम से बेहद खुश नहीं थे। जिसके बाद 2021 की परीक्षा के जारी रिजल्ट में उन्हें 167वां रैंक हासिल हुआ है। उमाशंकर ने शुरूआत से ही आईएएस का सपना मन में पाल कर कठिन मेहनत कर रहे थे और उन्होंने पुनः यूपीएससी की परीक्षा में शामिल होने का मन बना लिया था।

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उमाशंकर प्रसाद के बड़े भाई जयशंकर प्रसाद जो बैंक ऑफ बड़ौदा में सीनियर प्रबंधक के पद पर है, उन्होंने बताया कि उमाशंकर प्रसाद पढ़ने में शुरू से ही मेधावी था। परिवार का पूरा सपोर्ट था। उसकी प्रारंभिक शिक्षा रायबरेली के चिन्मया मिशन से हुई। बाद में वे कोटा पहुँच इंजीनियरिंग की पढ़ाई की। आईआईटी खड़गपुर से उन्होंने केमिकल इंजीनियरिंग कर हैदराबाद के डॉ रेडीज लैब में तीन वर्ष काम कर वर्ष 2019 में इस्तीफा देकर दिल्ली पहुँच गए। जहां उन्होंने यूपीएससी की तैयारी की।

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जयशंकर प्रसाद बताते है कि उनका पूरा परिवार शिक्षित है और बेहतर मुकाम पर है। उनके एक भाई रमाशंकर प्रसाद जो फिलहाल नार्थ ईस्ट में तैनात है। उमाशंकर प्रसाद ने BNN से बात करते हुए कहा कि, वे आज इस मुकाम पर परिवार के सहयोग और विश्वास के कारण पहुँच पाया हूं।


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