अगर आप आपदा-विपदा के समय बेनीपट्टी प्रशासन के भरोसे हैं तो आप भ्रम में हैं. क्योंकि बेनीपट्टी प्रशासन खुद भगवान भरोसे है. बेनीपट्टी प्रखंड के ढंगा गांव में दोपहर के 2 बजे करीब अवधेश मंडल नाम का युवक नहाने के क्रम में नदी में डूब गया. ग्रामीण आनन-फानन में उसकी तलाश करना शुरू किये, बेनीपट्टी प्रशासन के एक-एक अधिकारी को कॉल किया गया. सभी को घटना के बारे में बताया गया, गांव में गोताखोर भेजने की मांग की गई. ग्रामीणों कोअधिकारियों के तरफ से आश्वासन भी मिला है, लेकिन कुछ भी नहीं है.
ग्रामीणों के लगातार कॉल के कारण घटना होने के करीब 2 घंटे बाद प्रशासन के तरफ से दो लोगों को भेजा गया, लेकिन वो गोताखोर नहीं बल्कि मौके पर निरिक्षण करने पहुंचे सरकारी कर्मी थे, जिनसे कुछ नही हुआ. अब शाम का 7 बजने वाला है, लेकिन अभी तक युवक का कोई पता नहीं चल सका है. पांच घंटे से अधिक बीत जाने के बाद भी बेनीपट्टी प्रशासन गोताखोर का प्रबंध नहीं कर सकी है. गांव के लोग हार-थककर नदी से निकल रहे हैं और घटनास्थल पर अंधेरा हो रहा है.
वहीं अब आक्रोशित लोगों ने कलुआही नेशनल हाईवे को जाम कर दिया है. जनता के आक्रोश से पनपे विकल्प सड़क जाम अब चैन से बैठी प्रशासन के लिए सिरदर्द साबित होगा यह तय है.
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